बक्सर: एक तरफ जहां जिले में क्रिसमस और नए साल की जश्न की तैयारी चल रही है. वही दूसरी तरफ जिले के शराब माफिया शहरी इलाके से लेकर ग्रामीण इलाके में शराब की बड़ी-बड़ी खेप की सप्लाई करने में लगे हुए है. जिले में शराब माफियाओं ने अपना जाल इस कदर फैला रखा है कि इसे रोकने के लिए पुलिस को काफी मशक्कत करनी पड़ रही है. इसे लेकर बक्सर पुलिस सतर्क (Police alert regarding liquor smuggling in Buxar) हो गई है.
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गंगा नदी शराब माफिया के लिए बनी वरदान: जिले के पांच प्रखण्ड चौसा, बक्सर, सिमरी, ब्रह्मपुर और चक्की के गंगा नदी के 42 किलोमीटर का जो जल क्षेत्र है. वह शराब माफियाओं के लिए वरदान है. इन पांच प्रखण्ड के दर्जनों गांव उतरप्रदेश के सीमा से लगे हुए है. जहां दिन-दहाड़े शराब माफिया नाव के सहारे उतरप्रदेश से शराब की बड़ी खेप लाकर बिहार के बक्सर की सीमा में जमा करते हैं. फिर रात के अंधेरे में इसे शहरी इलाके से लेकर ग्रामीण इलाके में सप्लाई करते हैं. इस दौरान तस्करों की टीम कई स्तर पर लगी रहती है.
पूरी टीम करती है तस्करी का काम: शराब तस्करी के इस खेल में एक पूरी टीम काम करती है. टीम का पहला सदस्य बक्सर से सटे, उतरप्रदेश के भरौली, बलिया, नरही, गाजीपुर के शराब दुकानदारों से शराब उठाकर यूपी के गंगा नदी के तट तक पहुंचा देता है. जहां से टीम के दूसरे सदस्य उसे वोट पर लेकर नदी मार्ग से बक्सर की सीमा में प्रवेश करते है. टीम के दो सदस्य बिहार पुलिस और उत्पाद विभाग के कर्मियों पर पैनी नजर रखते है और उनके इशारे का इंतजार शराब से भरी वोट पर रहने वाला सदस्य करते है. शराब का स्टोर करके उसे शहरी और ग्रामीण क्षेत्रों में जाकर खपा देते है. तस्कर दूसरे व्यवसाय की आड़ में शराब और नशे के सामान की तस्करी करते हैं लेकिन फुलिस को इसकी कोई जानकारी नहीं है.
क्रिसमस और नए साल को लेकर पुलिस चौकन्ना: क्रिसमस और नए साल का जश्न लोगों का फीका न हो इसके लिए तमाम असामाजिक तत्वों पर हमारी नजर है. गांव के चौकीदार से लेकर मेरे स्तर तक तमाम सूचना तंत्र को दुरुस्त किया गया है. पांच प्रखण्ड के गंगा और कर्मनाशा नदी के जो 42 किलोमीटर का जल क्षेत्र का एरिया है. उसके अलावा, नदी में पेट्रोलिंग, देवल पुल, यादव मोड़, वीरकुंवर सिंह सेतु और नैनीजोर ब्रिज जो यूपी को बिहार से जोड़ता है. वहां चेकपोस्ट बनाये गए है. जो शराब कारोबारी जेल से छूटकर बाहर आये है. उसके अलावे उन तमाम अपराधियो के हर हरकत पर पुलिस की नजर है. उनके दिनचार्या का डेटाबेस पुलिस तैयार कर रही है. बक्सर इस बात का उदाहरण जहां की मां अपने सगे शराबी एवं अपराधी बेटे को पुलिस से गिरफ्तार कराई है. वैसी माताओ के इस निर्णय को हम सलाम करते है और जिलेवासियों से अपील करते है कि कोई भी सूचना वह मुझे सीधे दे सकते है. उनके नाम को पूरी तरह से गोपनीय रखा जाएगा.
"बक्सर की जो भौगोलिक स्थिति है. उसमें शराब कारोबारियों पर नकेल कसना सबसे बड़ी चुनौती है. गंगा नदी का बड़ा जल क्षेत्र के अलावा सड़क और रेल मार्ग से शराब की बड़ी-बड़ी खेप तस्कर लाते है. जिनपर कार्रवाई भी की जा रही है. सरकार शराबबंदी कानून को जमीन पर उतारने के लिए दिन रात प्रयास कर रही है"- देवेन्द्र प्रसाद, एसपी
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