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Buxar News: रसूखदारों ने जल स्रोत पर अतिक्रमण कर बनाया बहुमंजिली इमारत, खामोश है प्रशासनिक अधिकारी

बक्सर में जल स्रोत पर अतिक्रमण कर रसूखदार बहुमंजिला इमारत बना रहे हैं. जिला प्रशासन का अधिकारी मामला तूल पकड़ता देख जिलाधिकारी ने जांच का आदेश दिया है. आगे पढ़ें पूरी खबर...

बक्सर में जल स्रोत पर अतिक्रमण
बक्सर में जल स्रोत पर अतिक्रमण
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Published : Aug 1, 2023, 2:54 PM IST

बक्सर में जल स्रोत पर अतिक्रमण

बक्सर: बिहार के बक्सर में रसूखदारों के द्वारा धड़ल्ले से आहार, तलाब, पोखर के जमीन पर अतिक्रमण कर बहुमंजिली इमारते बनाई जा रही है. जल स्त्रोत को अतिक्रमण मुक्त कराने के नाम पर जिला प्रशासन एवं नगर परिषद के अधिकारी केवल गरीबो की झोपड़ी उजाड़कर अपनी पीठ थपथपाने में लगे हुए हैं. जिलाधिकारी के आवास से दो सौ मीटर नगर परिषद कार्यालय से मात्र पचास मीटर और नगर थाने से 40 मीटर की दूरी पर कई सफेद पोश और रसूखदारों ने पोखरे के जमीन पर बहुमंजिला इमारते खड़ी कर ली है.

पढ़ें-Buxar News : सुखाड़ से मचा हाहाकार, फसलों के साथ सूखने लगी अन्नदाताओं की उम्मीद

आहार पर बनाया निजी स्कूल: सीएम नीतीश कुमार के सबसे महत्वकांक्षी योजना जल जीवन हरियाली की धज्जियां रसूखदारों के द्वारा धड़ल्ले से उड़ाई जा रही है और प्रशासनिक अधिकारी खामोश है. जिला मुख्यालय में गुरुदास मठिया के पास फाउंडेशन स्कूल के द्वारा सिचाई के आहार का ही जमीन पर अतिक्रमण कर उस पर चार दिवारी देकर बड़ी बड़ी इमारते बना ली गई. किसानों के द्वारा कई बार इसकी लिखित शिकायत की गई लेकिन किसी ने उसे तोड़वाकर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का जहमत नहीं उठाई.

क्या कहते है जिलाधिकारी: निजी स्कूल के द्वारा सिचाई के आहार का ही अतिक्रमण कर लेने का सवाल जब जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल से पूछा गया तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश एसडीएम को दिया गया है. कोई भी हो उसे जल स्त्रोत का अतिक्रमण करने का अधिकार नहीं है. 15 दिन से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नही होने से लोगो में आक्रोश है. लोग अधिकारियो के नियत पर सवाल उठा रहे है.

"ग्रामीणों के द्वारा निजी स्कूल के द्वारा सिचाई के आहार का ही अतिक्रमण कर लेने की बात सामने आई है. मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश एसडीएम को दिया गया है. कोई भी हो उसे जल स्त्रोत का अतिक्रमण करने का अधिकार नहीं है."- अंशुल अग्रवाल, डीएम

जदयू और भाकपा माले के नेताओ ने भी उठाया सवाल: रसूखदारों के द्वारा जल स्त्रोत को अतिक्रमण कर लेने के किसानों के सवाल पर प्रशासन के नियति पर सवाल उठाते हुए डुमरांव विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अजित कुमार सिंग ने कहा कि यह एक आपराधिक कृत्य है. कोई नहर तो कोई तलाब का ही अतिक्रमण कर ले रहा है. वहीं जदयू नेता संजय सिंह ने भी अप्रत्यक्ष रूप से अधिकारियों पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार की गाइड लाइन ही है कि जल स्रोत पर अतिक्रमण नहीं होगा तो फिर कैसे हो रहा है.

"आखिर दो तरह का कानून एक ही जगह कैसे चलेगा. गरीबो को उजाड़ दो और ताकतवर के आगे चुप हो जाओ. मेरे संज्ञान में यह मामला अब तक नही आया है. जिस दिन लोग मुझसे शिकायत करेंगे उसे अतिक्रमण मुक्त करा दूंगा हमारी सरकार की यह प्राथमिकता है."-अजित कुमार सिंह, भाकपा विधायक

बक्सर में जल स्रोत पर अतिक्रमण

बक्सर: बिहार के बक्सर में रसूखदारों के द्वारा धड़ल्ले से आहार, तलाब, पोखर के जमीन पर अतिक्रमण कर बहुमंजिली इमारते बनाई जा रही है. जल स्त्रोत को अतिक्रमण मुक्त कराने के नाम पर जिला प्रशासन एवं नगर परिषद के अधिकारी केवल गरीबो की झोपड़ी उजाड़कर अपनी पीठ थपथपाने में लगे हुए हैं. जिलाधिकारी के आवास से दो सौ मीटर नगर परिषद कार्यालय से मात्र पचास मीटर और नगर थाने से 40 मीटर की दूरी पर कई सफेद पोश और रसूखदारों ने पोखरे के जमीन पर बहुमंजिला इमारते खड़ी कर ली है.

पढ़ें-Buxar News : सुखाड़ से मचा हाहाकार, फसलों के साथ सूखने लगी अन्नदाताओं की उम्मीद

आहार पर बनाया निजी स्कूल: सीएम नीतीश कुमार के सबसे महत्वकांक्षी योजना जल जीवन हरियाली की धज्जियां रसूखदारों के द्वारा धड़ल्ले से उड़ाई जा रही है और प्रशासनिक अधिकारी खामोश है. जिला मुख्यालय में गुरुदास मठिया के पास फाउंडेशन स्कूल के द्वारा सिचाई के आहार का ही जमीन पर अतिक्रमण कर उस पर चार दिवारी देकर बड़ी बड़ी इमारते बना ली गई. किसानों के द्वारा कई बार इसकी लिखित शिकायत की गई लेकिन किसी ने उसे तोड़वाकर किसानों के खेतों तक पानी पहुंचाने का जहमत नहीं उठाई.

क्या कहते है जिलाधिकारी: निजी स्कूल के द्वारा सिचाई के आहार का ही अतिक्रमण कर लेने का सवाल जब जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल से पूछा गया तो उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश एसडीएम को दिया गया है. कोई भी हो उसे जल स्त्रोत का अतिक्रमण करने का अधिकार नहीं है. 15 दिन से अधिक का समय गुजर जाने के बाद भी अब तक कोई कार्रवाई नही होने से लोगो में आक्रोश है. लोग अधिकारियो के नियत पर सवाल उठा रहे है.

"ग्रामीणों के द्वारा निजी स्कूल के द्वारा सिचाई के आहार का ही अतिक्रमण कर लेने की बात सामने आई है. मामले की जांच कर कार्रवाई करने का निर्देश एसडीएम को दिया गया है. कोई भी हो उसे जल स्त्रोत का अतिक्रमण करने का अधिकार नहीं है."- अंशुल अग्रवाल, डीएम

जदयू और भाकपा माले के नेताओ ने भी उठाया सवाल: रसूखदारों के द्वारा जल स्त्रोत को अतिक्रमण कर लेने के किसानों के सवाल पर प्रशासन के नियति पर सवाल उठाते हुए डुमरांव विधानसभा क्षेत्र से भाकपा माले विधायक अजित कुमार सिंग ने कहा कि यह एक आपराधिक कृत्य है. कोई नहर तो कोई तलाब का ही अतिक्रमण कर ले रहा है. वहीं जदयू नेता संजय सिंह ने भी अप्रत्यक्ष रूप से अधिकारियों पर तंज कसते हुए कहा कि सरकार की गाइड लाइन ही है कि जल स्रोत पर अतिक्रमण नहीं होगा तो फिर कैसे हो रहा है.

"आखिर दो तरह का कानून एक ही जगह कैसे चलेगा. गरीबो को उजाड़ दो और ताकतवर के आगे चुप हो जाओ. मेरे संज्ञान में यह मामला अब तक नही आया है. जिस दिन लोग मुझसे शिकायत करेंगे उसे अतिक्रमण मुक्त करा दूंगा हमारी सरकार की यह प्राथमिकता है."-अजित कुमार सिंह, भाकपा विधायक

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