बक्सर: बिहार के बक्सर में वन महोत्सव की शुरुआत की गई. जिले में सवा पांच लाख पौधे लगाने का लक्ष्य रख जिलाधिकारी अंशुल अग्रवाल की अध्यक्षता में महोत्सव की शुरुआत की गई. जिले के एमपी हाई स्कूल में आयोजित वन महोत्सव में डीएम अंशुल अग्रवाल ने स्कूली छात्राओं के साथ दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की. इस दौरान डीएम ने सैकड़ों की संख्या में मौजूद छात्र-छात्राओं तथा स्थानीय लोगों के साथ मिलकर संकल्प लिया.
यह भी पढ़ेंः Van Mahotsav 2023: नीतीश का मीडिया पर आरोप- 'आप लोगों पर तो एक ही पार्टी का कब्जा हो गया'
पर्यावरण को बचाने का संकल्पः संकल्प के दौरान सभी ने एक साथ कहा "पर्यावरण के संरक्षण हेतू हम सभी कम से कम एक पौधा लगाकर उसकी सुरक्षा और देखभाल करेंगे तथा जल स्रोतों को प्रदूषित होने से बचाएंगे. आवश्यकता से अधिक जल का उपयोग नहीं करेंगे, साथ ही इसके प्रति दूसरे को भी जागरूक करेंगे." कार्यक्रम की शुरुआत जिलाधिकारी, स्कूली बच्चियों तथा मीडियाकर्मियों द्वारा वृक्षारोपण कर पर्यावरण को स्वच्छ तथा प्राकृतिक परिवेश के प्रति संवेदनशीलता के संदेश के साथ की गई.
5.25 लाख पौधा लगाने का लक्ष्यः इस मौके पर डीएम अंशुल अग्रवाल ने बताया की जिले में जुलाई और अगस्त माह तक सवा पांच लाख वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा गया है. मुझे पूर्ण विश्वास है कि ये लक्ष्य जन भागीदारी से पूर्ण कर लेंगे. इससे जलवायु परिवर्तन, स्वच्छ पर्यावरण और पशु पक्षी तथा अन्य वन्य जीवों के जीवन मे सुधार आयेगा. गौरतलब है कि पर्यावरण वन एवं जलवायु परिवर्तन विभाग के द्वारा राज्य भर में वन महोत्सव का आयोजन किया जा रहा है. इस अवसर पर महात्मा गांधी मनरेगा से भी प्रत्येक ग्राम पंचायत में वन महोत्सव कार्यक्रम का आयोजन किया जायेगा.
"जिले में जुलाई और अगस्त माह तक 5.25 लाख वृक्ष लगाने का लक्ष्य रखा गया है. पूर्ण विश्वास है कि इस लक्ष्य को जन भागीदारी से पूरा करेंगे. इससे जलवायु परिवर्तन, स्वच्छ पर्यावरण और पशु पक्षी तथा अन्य वन्य जीवों के जीवन मे सुधार आयेगा." - अंशुल कुमार, डीएम, बक्सर
74वां वन महोत्सवः बता दें कि पर्यावरण संरक्षण व संतुलन हेतु प्रत्येक वर्ष वन महोत्सव का आयोजन किया जाता है. इसका मुख्य उद्देश्य वनों का संरक्षण, अधिक से अधिक पौधारोपण करना और लोगों को वृक्षों के महत्व के प्रति जागरूक करना है. इसी उद्देश्य से इस वर्ष भी 74वां वन महोत्सव का शुभारंभ 10 जुलाई से किया गया है. जहां वित्तीय वर्ष 2023-24 में जल जीवन हरियाली अभियान अंतर्गत मनरेगा की पौधरोपण योजनाओं में 1.61 करोड़ पौधारोपण का लक्ष्य पूरे प्रदेश के लिए निर्धारित किया गया है.