औरंगाबाद: अंधविश्वास को लेकर कितनी ही जागरूकता भरी बातें कर लें, लेकिन इस दंश से हम अब तक भी नहीं उभर पाए हैं. देश में ऐसे लोग हर गांव, हर शहर में दिख जाते हैं, जिनका अंधविश्वास विज्ञान पर भारी दिखता है. ताजा मामला बिहार के औरंगाबाद जिले में एक बाबा पर शारीरिक शोषण करने का आरोप लगाया गया है.
बता दें कि यह आरोप शहर के सूर्य मंदिर रोड स्थित कालीबाड़ी के बाबा पर लगाया गया है. इस मामले में ओबरा थाना क्षेत्र की एक महिला ने बाबा पर कार्रवाई के लिए नगर थाने में मामला दर्ज कराया है.
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बेटे का इलाज कराने गई थी महिला
महिला ने बाबा पर आरोप लगाया है कि वह अपने पुत्र का तांत्रिक तरीके से इलाज कराने के लिए बाबा के पास गई थी. बाबा के माध्यम से झाड़-फूंक के बाद उसे उसके पुत्र के साथ घर भेज दिया. लेकिन घर भेजे जाने के बाद प्रतिदिन बाबा उसके सपने में आकर उसका शारीरिक शोषण करता रहा.
दूसरे बेटे को मार देने की दी धमकी
तंत्र-मंत्र के बाद भी जब महिला का बेटा नहीं बच पाया तो वह बाबा के पास दोबारा गई. महिला को देखते ही बाबा शारीरिक शोषण करने की कोशिश करने लगा. विरोध करने पर बाबा ने तंत्र विद्या से दूसरे बेटे को भी मार देने की धमकी देने लगा. बताया जाता है यह बाबा गया जिले का रहने वाला है.
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बाबा ने महिला को पहचानने से किया इंकार
थानाध्यक्ष अंजनी कुमार ने कार्रवाई करते हुए बाबा को हिरासत में ले लिया. लेकिन बाबा ने आरोप लगाने वाली महिला को पहचानने से इंकार कर दिया है. नगर थानाध्यक्ष ने जब इस मामले की विधिवत जांच की तो कालीबाड़ी के आसपास के किसी भी व्यक्ति ने बाबा के चरित्र पर उंगली नहीं उठाया.
नहीं मिला कोई सबूत
वहां के लोगों ने बाबा के माध्यम से झाड़-फूंक किए जाने की बात को स्वीकार की है. जांच में महिला के साथ घटित घटना का न तो कोई सबूत मिल सका और न ही किसी ने ऐसी घटना मंदिर में होने की जानकारी दी है. ऐसी स्थिति में थानाध्यक्ष ने पीआर बॉन्ड पर बाबा को छोड़ दिया है. इसके साथ ही पुलिस आगे की जांच में जुट गई है.
''तांत्रिक के खिलाफ लिखित शिकायत मिली थी, हमने उससे पूछताछ की. तांत्रिक ने शिकायतकर्ता को जानने से इनकार करते हुए कहा कि वह उससे कभी नहीं मिला. हमारे पास तांत्रिक के खिलाफ कोई सबूत नहीं है, इसलिए हमने उसे बांड दाखिल करने के बाद रिहा कर दिया.'' -अंजनी कुमार, एसएचओ