औरंगाबाद: जिले के गोह थाना क्षेत्र में पुलिस की कार्यशैली से नाराज दधपी गांव के ग्रामीणों ने गोह थानाध्यक्ष और दारोगा का पुतला फूंका. इस दौरान प्रदर्शनकारियों ने अपने-अपने हाथ में तख्ती लेकर 'थानाध्यक्ष और दारोगा मुर्दाबाद तेरी मनमानी नहीं चलेगी, थानाध्यक्ष और दारोगा को बर्खास्त करो' सहित कई नारे भी लगा कर प्रदर्शन किया.
गौरतलब है कि बीते 15 मार्च को कंटेनर से पशुओं को क्रूरता पूर्वक ले जाया जा रहा था. इस दौरान दधपी गांव के पास कई पशु सड़क पर गिर गए थे. जिससे सड़क पर गिरने से कई जख्मी भी हो गए. जिसकी सूचना ग्रामीणों द्वारा पुलिस को दी गई थी. वहीं, तत्पश्चात भैंस को देखभाल करने के लिए पशुपालकों ने सभी पशुओं को पशुधन बीमा योजना के तहत अपने आधार कार्ड से जोड़कर टैंगिंग भी करवा दिया. वहीं, पुलिस ने इन सभी पशुओं को ग्रामीणों को देने के वजाए दूसरों के हाथों सौंप दी. जब इस बात की सूचना ग्रामीणों को मिली तो सभी ने थानाध्यक्ष और दारोगा का पुतला फूंका कर विरोध प्रदर्शन किया.
ग्रामीणों का आरोप
ग्रामीणों का कहना है कि थानाध्यक्ष मनोज कुमार के इशारे पर दारोगा तस्लीम खान उन पशुपालकों के घर तक जाकर गाली-गलौज तो किया. और साथ ही थाने में बुलाकर केस करने की भी धमकी दी. इससे नाराज पशुपालकों के साथ दर्जनों महिलाएं और पुरुषों ने थानाध्यक्ष और दारोगा का पुतला फूंका. वहीं, अगर इसके बावजूद भी कार्रवाई नहीं होती है तो डीएम से लेकर सीएम तक को इसकी सूचना दी जाएगी.
ये भी पढ़ें - JDU राष्ट्रीय परिषद की बैठक में नेताओं ने उठाया सवाल, कहा- भाजपा-लोजपा गठजोड़ से चुनाव हारे कई नेता
औरंगाबाद जिले के गोह थाना के थानाध्यक्ष मनोज कुमार ने बताया कि पशु को जिम्मेनामा के आधार पर ग्रामीणों को दिया गया था. न्यायालय से आदेश आने के बाद पुलिस पशुपालकों के पास जाकर सौंपने की बात कही है.