औरंगाबाद: जिले के सदर अस्पताल (Aurangabad Sadar Hospital) में उस वक्त अफरा तफरी की स्थिति उत्पन्न हो गई, जब एक मरीज की मौत के बाद परिजन हंगामा (Uproar In Aurangabad) करने लगे. मरीज की मौत (Patient Death ) के बाद सदर अस्पताल में लोगों ने जमकर हंगामा करना शुरू कर दिया. परिजनों का आरोप है कि डॉक्टरों की लापरवाही के कारण ही मरीज की मौत हुई है.
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मरीज के परिजनों के हंगामे की आवाज सुनकर अपने चेम्बर से बाहर निकले उपाधीक्षक को भी आक्रोशितों के कोपभाजन का शिकार होना पड़ा. इस दौरान आक्रोशित परिजनों के द्वारा उपाधीक्षक के साथ मारपीट की कोशिश की गई, जिससे बचने के लिए वे भागने लगे और गिर पड़े. अस्पताल के सुरक्षाकर्मी ने उन्हें बचाया.
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औरंगाबाद जिले के सदर अस्पताल उपाधीक्षक ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड में सदर प्रखंड के कर्मा भगवान की एक मरीज सीरियस स्थिति में पहुंची. जिसका इलाज चिकित्सकों ने किया. मरीज की गम्भीर स्थिति को देखकर चिकित्सक ने उन्हें रेफर कर दिया था.
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"इमरजेंसी में ड्यूटी समाप्त होने के कारण चिकित्सक चले गए. इसी बीच मरीज की स्थिति काफी गंभीर हो गयी और परिजन ओपीडी में आकर चिकित्सक से उलझ पड़े. ब्रेन हेमरेज होने के कारण मरीज को बचाया नहीं जा सका."- विकास कुमार,उपाधीक्षक, सदर अस्पताल औरंगबाद
मामले में मरीज के परिजनों ने बताया कि सदर अस्पताल में इलाज के दौरान काफी कोताही बरती गई.यदि चिकित्सक सही तरीके से इलाज करते तो मौत को टाला जा सकता था.मरीज की स्थिति गम्भीर होने के बावजूद चिकिसक ड्यूटी खत्म होने की बात कहकर चले गए और मरीज की मौत हो गई.
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मरीज की मौत से आक्रोशित परिजनों ने अस्पताल में तोड़-फोड़ भी की. ड्यूटी पर मौजूद चिकित्सक से परिजन उलझ पड़े. हंगामे के दौरान मृतक के परिजनों ने इमरजेंसी वार्ड का दरवाजा तोड़ दिया. अस्पताल में हंगामे के कारण काफी देर तक अफरा तफरी की स्थिति बनी रही. आस पास मौजूद दूसरे मरीजों और उनके परिजनों को भी काफी परेशानी झेलनी पड़ी.