औरंगाबाद: जिले के मदनपुर थाना क्षेत्र के जमानिया गांव के लोग दहशत में जीने के लिए मजबूर हैं. लोगों का आरोप है कि पुलिस निर्दोषों को भी नक्सली घोषित कर जेल भेज रही है. वहीं, इस मामले में जाप नेता ने भी पुलिस प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है. जाप छात्र परिषद प्रदेश महासचिव सह मगध प्रमंडल प्रभारी विजय कुमार यादव उर्फ गोलू का आरोप है कि पुलिस नक्सलियों से मिलकर ऐसा कर रही है.
दरअसल, 22 मई की शाम को विजय कुमार यादव उर्फ गोलू के घर अचानक सीआरपीएफ, एसटीएफ और जिला पुलिस ने संयुक्त रूप से छापेमारी कर सघन तलाशी की थी. इस कार्रवाई के चलते गोलू ने आरोप लगाया है कि छापेमारी वाले दिन पुलिस ने जमकर गाली गलौज करते हुए अमानवीय व्यवहार किया. जिस समय ये कार्रवाई की गई, उस समय गोलू घर पर नहीं था. इसके बाद से परिवार के लोग दहशत में जीने को मजबूर हैं.
बिना सर्च वारंट ली गई तलाशी
गोलू का आरोप है कि छापेमारी करने वाली टीम ने बिना सर्च वारंट के तलाशी ली. इससे पहले गोह के कई राजनीतिक परिवारों के घरों की तलाशी और गिरफ्तारी का प्रयास किया गया है. आखिर किसके इशारे पर पुलिस ऐसा कर रही है? गोलू ने बताया कि उस पर कोई मुकदमा दर्ज नहीं है, फिर उसे दहशत में रखा जा रहा है. अगर ऐसा ही रहा तो उनकी पार्टी जाप आंदोलन करने को मजबूर होगी.