औरंगाबादः सरकार की से लॉकडाउन के दौरान दूसरे राज्यों से लौटे प्रवासी मजदूरों के लिए रोजगार की व्यवस्थ कराई जा रही है. इसके लिए उनके स्किल डेवलपमेंट के लिए विशेष ट्रेनिंग की व्यवस्था की गई है. कृषि विज्ञान केंद्र की ओर से मजदूरों को ट्रेनिंग दी जा रही है. जिसकी व्यवस्था सभी पंचायतों में की गई है.
जिले में चल रहे 16 प्रशिक्षण शिविर
प्रवासी मजदूरों को पुनः काम की तलाश में दूसरे राज्यों में नहीं जाना पड़े इसके लिए भारत सरकार की तरफ से स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम चलाया जा रहा है. यह प्रोग्राम प्रदेश के 31 जिलों में चला जा रहा है. इसके तहत जिले में 16 प्रशिक्षण शिविर लगाए गए हैं. जिले में 560 मजदूरों को प्रशिक्षण पूरा हो चुका है. 3 तीनों तक चलने वाले इस प्रशिक्षण शिविर के चौथे बैच की ट्रेनिंग जारी है. वहीं 12 बैच प्रशिक्षण प्राप्त करने के लिए बाकी हैं.
इसके तहत मजदूरों को पोल्ट्री, बकरी पालन, मशरूम उत्पादन, मधुमक्खी पालन और आधुनिक फसल उत्पादन सहित अन्य रोजगार परक प्रशिक्षण दिए जा रहे हैं.
1 बैच में होते हैं 35 मजदूर
कृषि विज्ञान केंद्र सिरिस के निदेशक डॉ. नित्यानंद राय ने बताया कि यह रोजगार परक प्रशिक्षण शिविर तीन दिनों तक चलता है. इसमें एक बैच में 35 प्रवासी मजदूरों को शामिल किया जाता है. अभी तक कुल 4 बैच का प्रशिक्षण पूरा हो चुका है. यह प्रमुख पंचायतों में चलाया जा रहा है.