औरंगाबाद: जिले के अधिकारी विकास के नाम पर सीएम नीतीश कुमार की आंख में धूल झोंक रहे हैं. मामला चिल्हकी अम्बा गांव का है. जहां पिछले 70 साल से पक्की सड़क नही बनी थी. वहीं, सीएम के दौरे की खबर सुन यहां के अधिकारियों नें चार दिनों में पक्की सड़क बनवा डाली. सड़क बनने से ग्रामीणों में खुशी जरुर है. लेकिन अधिकारियों की इस हरकत के बाद उनकी कार्यशैली पर सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.
आनन-फानन में किया गया सड़क निर्माण
पक्की सड़क बनने के बाद ग्रामीणों मे खुशी की लहर है. लेकिन उनका कहना है कि उनके गांव में आने-जाने के लिए आजादी के बाद से अभी तक कच्चा रास्ता ही था. कच्चे रास्ते से ही ग्रामीण आवाजाही करते थे. बरसात के दिनों में आना-जाना और भी मुश्किल हो जाता था. ग्रामीणों का कहना है कि अभी तक अधिकारियों को उनकी समस्या नहीं दिखी. लेकिन अधिकारियों को सीएम के आने की खबर मिली तो आनन-फानन में पक्की सड़क बना डाली.
ग्रामीणों से नहीं मिले सीएम
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को देखने के लिए सैकड़ों की संख्या में ग्रामीणद दौरास्थल पर पहुंचे थे, लेकिन सीएम ने किसी से कोई मुलाकात नहीं की, जिसके कारण ग्रामीण उत्तेजित दिखे. मुख्यमंत्री से ना मिल पाने का गुस्सा उनके चेहरे पर साफ दिखा रहा था. वहीं, इस दौरान सीएम ने मीडिया से भी बात नहीं की.