औरंगाबादः वर्षों से बरसात के दिनों में जल जमाव की समस्या से ग्रसित रहने वाले जिले में इस बार यह समस्या देखने को नहीं मिलेगी. यह दावा नगर परिषद ने किया है. दरअसल, नगर परिषद की टीम ने क्यूआरटी का गठन किया है जो जलजमाव वाले क्षेत्रों में तत्काल कार्य करेगी. यह जल जमाव की स्थिति से निपटने में पूरी तरह से कारगर होगी.
जिले का सबसे बड़ा नगर परिषद औरंगाबाद शहर में स्थित है. नगर परिषद का क्षेत्रफल जितना बड़ा है, उतनी ही बड़ी इसकी समस्याएं हैं. शहर में कुल 33 वार्ड हैं जिनमें से 30 वार्डों में जलजमाव की समस्या बनी रहती है. हर वर्ष बरसात के दिनों में नगर के दर्जनों मोहल्ले पानी में डूबे रहते हैं. कई मोहल्ले तो ऐसे हैं जहां बरसात के तीन-चार महीनों तक लगातार पानी जमा रहता है. इस दौरान लोगों का घरों से निकलना मुश्किल हो जाता है.
अप्रैल से ही चल रहा है नाला उड़ाही का कार्य
इस बार नगर परिषद का दावा है कि शहर में जल जमाव की समस्या से निबटने के लिए काफी तैयारी की गयी है. नगर परिषद अप्रैल माह से ही लगभग सभी जगह नालियों की उड़ाही का कार्य करवा रहा है. ताकि नाली में पानी बहने में बाधा उत्पन्न ना हो सके. नगर परिषद औरंगाबाद के कार्यपालन पदाधिकारी डॉ अमित कुमार ने बताया कि नालियों से सिल्ट और कीचड़ को निकाल कर उसे हटाकर अन्यंत्र जगह पर भेजा जा रहा है. जिससे कि इस बार बरसात में जल जमाव की समस्या से निपटा जा सके. उन्होंने बताया कि वे इसके लिए मास्टर प्लान के तहत कार्य कर रहे हैं.
कई वार्डों में नहीं हुई है नालों की उड़ाही
वार्ड संख्या 31 के निवासी रवि कुमार रवि बताते हैं कि औरंगाबाद जिले की सबसे बड़ी समस्या जलजमाव है. अदरी नदी के किनारे बसे सभी वार्डों की कमोबेश यही स्थिति है. इसके अलावा नेशनल हाईवे 2 के पास के मुहल्ले यमुना नगर, टिकरी मोहल्ला, शाहपुर, क्षत्रिय नगर आदि ऐसे दर्जनों मोहल्ले हैं जहां बरसात शुरू होने से लेकर बरसात समाप्त होने तक जल जमाव की समस्या स्थाई रूप से बनी रहती है. रवि ने बताया कि उनके वार्ड और आसपास के किसी भी वार्ड में नाली की उड़ाही की कार्य नहीं हुआ है. जिससे बरसात के दिनों में जलजमाव की समस्या निश्चित ही बनेगी.
क्विक एक्शन टीम का गठन
नगर परिषद के कार्यपालक पदाधिकारी डॉ अमित कुमार बताते हैं कि इस बार में नालों उड़ाही तो बरसात से पहले पूर्ण रूप से करा ही लेंगे. जहां नाले संकरा हैं वहां खुदाई का काम भी करा रहे हैं, जिससे नाला चौड़ा हो जाए. इसके अलावा बरसात के समय में क्विक एक्शन टीम का गठन किया गया है जो बरसात के दिनों में काम करेगी. जहां कहीं भी जलजमाव की सूचना मिलेगी क्विक एक्शन टीम तत्काल जाकर वहां कार्य करना शुरू कर देगी. सूचना के बाद 2 घंटे में पानी का बहाव सुनिश्चित किया जा सकेगा.