औरंगाबाद: जिले के सदर प्रखंड के 15 पंचायत के लिए 6 पदों पर प्रथम चरण में चुनाव होना है. निष्पक्ष एवं शांतिपूर्ण पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election) संपन्न कराने को लेकर पुलिस प्रशासन (Aurangabad Police) ने पूरी तैयारी कर ली है. नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में कांबिंग ऑपरेशन किया जा रहा है.
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पंचायत चुनाव को शांतिपूर्ण कराने को लेकर नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में सर्च अभियान चलाए जा रहे हैं. जिसके तहत 2 हार्डकोर नक्सली पकड़े गए हैं. जिले में आर्म्स सत्यापन का कार्य तेजी से चल रहा है. अभी तक चुनाव के मद्देनजर 7906 लोगों पर 107 की कार्रवाई की गई है.
सीसीए एक्ट के लिए 92 लोगों का प्रस्ताव भेजा गया था, लेकिन 59 लोगों के विरुद्ध सीसीए लगाया गया है.अवैध शराब की कार्रवाई पर चर्चा करते हुए जिले में 20729 लीटर शराब और 89 वाहन जब्त किए गए हैं. जब्त किए गए वाहनों में 10 ट्रक, 27 ट्रैक्टर, 21 चार पहिया वाहन, 27 बाइक और 4 ऑटो शामिल हैं.
"पकड़ी गई गाड़ियां शराब एवं बालू की अवैध ढुलाई से संबंधित है.विभिन्न धाराओं में वारंटियों एवं अपराधियों की गिरफ्तारी के लिए की गई छापेमारी में अब तक 108 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है."- कांतेश कुमार मिश्रा, एसपी,औरंगाबाद
पहले चरण में जिन 10 जिलों के 12 प्रखंडों में मतदान होना है उनमें रोहतास जिले के दावथ और संझौली प्रखंड, कैमूर जिले के कुदरा प्रखंड, गया जिले के बेलागंज और खिजरसराय प्रखंड, नवादा जिले के गोविंदपुर प्रखंड, औरंगाबाद जिले का मुख्य प्रखंड, जहानाबाद का काको प्रखंड, अरवल के सोनभद्र, वंशी, सूर्यपुर प्रखंड, मुंगेर जिले के तारापुर, जमुई जिले के सिकंदरा और बांका जिले के धैर्यया प्रखंड शामिल हैं.
इन जिलों के मतगणना 26 और 27 से सितंबर को कराई जाएगी. 6 में से 4 पद मुखिया ग्राम पंचायत सदस्य, पंचायत समिति सदस्य, जिला परिषद सदस्य का चुनाव ईवीएम से होगा, जबकि सरपंच और पंच के लिए बैलेट पेपर से मतदान होगा.
नक्सलियों का बिहार में गया, औरंगाबाद, जमुई, लखीसराय, मुंगेर, नवादा और झारखंड की सीमा से लगने वाले इलाकों में ज्यादा प्रभाव है. पंचायत चुनाव में नक्सली ज्यादा ही सक्रिय रहते हैं. दरअसल माना जाता है कि नक्सली अपने ही पसंद के प्रत्याशियों को ही जिताते हैं ताकि नक्सलियों का फायदा हो.
औरंगाबाद जिले के 11 प्रखंडों में 10 चरणों में चुनाव कराने के लिए नक्सल प्रभावित मतदान केंद्रों पर स्टैटिक फोर्स की तैनाती की जा रही है. पुलिस मुख्यालय द्वारा मिल रही जानकारी के अनुसार नक्सल प्रभावित मतदान शांतिपूर्ण करवाने के लिए लगातार मतदाताओं को जागरूक करने के लिए एरिया डोमिनेशन (Area Domination) कार्य किया जा रहा है.इसके अलावा नक्सलियों पर सुरक्षा बलों के साथ खुफिया एजेंसियों की पैनी नजर है. अगर कोई भी प्रत्याशी नक्सली की मदद लेता है तो उसके खिलाफ भी निर्वाचन आयोग द्वारा एक्शन लिया जाएगा.
नोट: पंचायत चुनाव को लेकर निर्वाचन आयोग ने वोटरों की सुविधा के लिए हेल्पलाइन नंबर 1800 3457 243 जारी किया है. इस नंबर पर चुनाव से जुड़े सुझाव व शिकायत दर्ज कराई जा सकती है.
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