औरंगाबादः बिहार के औरंगाबाद में स्थित भगवान सूर्य की नगरी देव में हो रहे 7 दिवसीय यज्ञ के चौथे दिन जगतगुरू श्री रामभद्राचार्य जी महाराज पहुंचे. वे हरिद्वार से हेलीकॉप्टर के जरिए सीधे देव पहुंचे, जहां उनके स्वागत में हजारों की संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे. श्री राम भद्राचार्य जी महाराज ने प्रवचन के दौरान पाक अधिकृत कश्मीर को भगवान भास्कर के पिता कश्यप की नगरी बताया. इस दौरान उन्होंने देव सूर्य मंदिर के निर्माण से संबंधित चली आ रही किवंदतियों से अलग हटकर एक नए तथ्य से लाखों श्रद्धालुओं को अवगत कराया.
ये भी पढ़ेंः Aurangabad News: आज से 30 जनवरी तक चलेगा सूर्य महोत्सव, उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव करेंगे उद्घाटन
देव सूर्य मंदिर भगवान राम ने बनवायाः श्री राम भद्राचार्य ने बताया कि देव सूर्य मंदिर का निर्माण खुद भगवान राम ने किया था. इस संबंध में उन्होंने बताया कि रावण को मारकर भगवान मिथिला आए और इस दौरान उन्होंने सूर्य मंदिर का निर्माण किया. भगवान के द्वारा सूर्य मंदिर निर्माण के बाद कई बार इसका जीर्णोद्धार किया गया. उन्होंने कोणार्क सूर्य मंदिर की भी चर्चा की और कहा यह मंदिर देव सूर्य मंदिर से बाद में बना है. अपने प्रवचन के दौरान श्री रामभद्राचार्य ने श्रद्धालुओं से कहा कि आज भगवान भास्कर के दर्शन के दौरान उन्होंने उनसे एक मांग की है और यदि भगवान भास्कर उस मांग को पूरा कर देंगे तो वह लगातार 9 दिनों तक सूर्य नारायण पर प्रवचन देंगे. उन्होंने कहा कि पाक अधिकृत कश्मीर जो कश्यप ऋषि की तपोभूमि रही है उसे मुक्त करा दें.
"भगवान भास्कर के पिता कश्यप ऋषि हैं और एक पुत्र का यह कर्तव्य बनता है कि वह अपने पिता की भूमि को कब्जे से मुक्त कराए. इसलिए मैनें भगवान भास्कर से ये प्रथाना की है कि वो पाक अधिकृत कश्मीर को मुक्त करा दें. देश में नरेंद्र मोदी एक मजबूत प्रधानमंत्री हैं और वे जरूर पाक अधिकृत कश्मीर को मुक्त कराएंगे"- श्री रामभद्राचार्य, जगतगुरु
23 अप्रैल से शुरू है सात दिवसीय यज्ञ ः आगे जगत गुरु श्री रामभद्राचार्य महाराज जी ने यह भी बताया कि भगवान भास्कर की नगरी से ही छठ पर्व की शुरुआत की गई और तबसे यह पर्व वर्ष में दो बार भारत के विभिन्न हिस्सों में कार्तिक और चैत्र माह में मनाया जाता है. मालूम हो कि देव में सात दिवसीय यज्ञ का आयोजन 23 अप्रैल से किया जा रहा है.