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खाते में पहुंचे सवा करोड़, विजिलेंस के रडार पर औरंगाबाद का ये युवक

नागपुर में मजदूरी करने वाले एक युवक के खाते से 12 महीने में सवा करोड़ रुपये ट्रांसफर करने का मामला सामने आया है. फिलहाल पूरे मामले की जांच जारी है. पढ़ें पूरी खबर...

Aurangabad
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Published : Sep 10, 2021, 6:13 PM IST

Updated : Sep 10, 2021, 6:19 PM IST

औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद ( Aurangabad ) जिले के पंजाब नेशनल बैंक ( Punjab National Bank ) के रिसियप शाखा से एक मजूदर के खाते से एक करोड़ से अधिक रुपये ट्रांजैक्शन किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. खाताधारक सोनू कुमार रिसियप का ही रहने वाला है, जो नागपुर में रहकर मजदूरी करता है.

जानकारी के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान उसके खाते में लगभग 1.25 करोड़ रुपये आए. उसके अकाउंट में ऑनलाइन पैसे आए और मोबाइल ऐप के जरिए निकासी कर ली गई. मार्च 2020 से मार्च 2021 तक राशि का आदान-प्रदान हुआ है.

ये भी पढ़ें- औरंगाबाद: छापेमारी के दौरान ट्रक से भारी मात्रा में देसी शराब बरामद, 4 तस्कर फरार

गौरतलब है कि पिछले 12 महीने में सोनू के खाते एक करोड़ से अधिका का ट्रांजेक्शन हुआ है, लेकिन इस पर न तो खाताधारक द्वारा किसी तरह का कोई पहल किया गया और ना ही बैंकर्स द्वारा. इस बात का खुलासा तब हुआ, जब दिल्ली की विजिलेंस टीम द्वारा बैंक को उक्त युवक के खाते से मोटी रकम का ट्रांजैक्शन की सूचना दी गई. इसके बाद बैंक प्रबंधक द्वारा इस बात की जानकारी युवक को दी गई.

जानकारी मिलने के बाद सोनू घर आया और बैंक प्रबंधक से संपर्क किया. बैंक प्रबंधक से उसने ट्रांजेक्शन की जानकारी होने से इनकार किया. सोनू ने इस संबंध में शाखा प्रबंधक को आवेदन देते हुए बताया कि उसके नाम से बैंक में खाता है. उक्त खाता में अज्ञात लोगों द्वारा बगैर उसकी जानकारी के करोड़ों रुपये का जमा निकासी किया गया है. सोनू ने खाता को तत्काल प्रभाव से बंद करने और 23 जून 2020 से अब तक का खाते से ट्रांजैक्शन से संबंधित स्टेटमेंट की मांग की है.

ये भी पढ़ें- औरंगाबाद: पाइप लाइन से रसोई गैस की आपूर्ति का पहला पंजीकरण पत्र संगीता सिंह को मिला

हैरान करने वाली बात यह है कि जिस खाते से करोड़ों रुपये का लेन-देन किया गया है, वह जीरो बैलेंस पर खोला गया था. सोनू ने बताया कि 2016 में 8वीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान उसने बैंक में खाता खुलवाया था. बैंक में जो भी पैसा उसने जमा किया, उसकी निकासी उसके द्वारा की गई है. पिछली बार 500 रुपये उसने खाते में जमा किया था, जिसका ब्याज सहित बढ़कर 700 रुपया हो गया है.

सोनू के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान जब वह घर आया था तो पासबुक प्रिंट कराने और खाते से मोबाइल नंबर जुड़वाने का प्रयास किया था, लेकिन हो नहीं सका. इसके बाद उक्त खाते में जमा निकासी उसके द्वारा नहीं की गई. सबसे बड़ी बात यह है कि विद्यार्थियों के लिए जीरो बैलेंस पर खोले गए खाते में ट्रांजैक्शन की एक लिमिट होती है. इसके बाद भी बड़ी रकम का जमा निकासी कैसे किया गया, यह जांच का विषय है.

ये भी पढ़ें - बिहार में भी एयरपोर्ट से लेकर सड़कों को निजी हाथों में दिया जाएगा, विशेषज्ञ ने कहा- इससे होगा नुकसान

वहीं, पंजाब नेशनल बैंक रिसियप के शाखा प्रबंधक अमृत खोलका ने बताया कि मोबाइल ऐप के जरिए 25.3.20 से लेकर 22.3.21 तक बड़ी रकम का ट्रांजेक्शन किया गया है. इससे संबंधित जांच की जा रही है. फिलहाल खाताधारक सोनू को बैंक बुलाकर पूछताछ की गई है. बैंक में जमा या निकासी पर्ची से नहीं किया गया है. ऐसे में तहकीकात करने में थोड़ी समस्या हो रही है, पर जल्द ही सभी बिंदुओं पर जांच कर हकीकत का पता लगाया जाएगा. प्रबंधक के अनुसार, प्रथम दृष्टया बैंक को उस लड़के पर भी संदेह हो रहा है.

औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद ( Aurangabad ) जिले के पंजाब नेशनल बैंक ( Punjab National Bank ) के रिसियप शाखा से एक मजूदर के खाते से एक करोड़ से अधिक रुपये ट्रांजैक्शन किए जाने का मामला प्रकाश में आया है. खाताधारक सोनू कुमार रिसियप का ही रहने वाला है, जो नागपुर में रहकर मजदूरी करता है.

जानकारी के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान उसके खाते में लगभग 1.25 करोड़ रुपये आए. उसके अकाउंट में ऑनलाइन पैसे आए और मोबाइल ऐप के जरिए निकासी कर ली गई. मार्च 2020 से मार्च 2021 तक राशि का आदान-प्रदान हुआ है.

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गौरतलब है कि पिछले 12 महीने में सोनू के खाते एक करोड़ से अधिका का ट्रांजेक्शन हुआ है, लेकिन इस पर न तो खाताधारक द्वारा किसी तरह का कोई पहल किया गया और ना ही बैंकर्स द्वारा. इस बात का खुलासा तब हुआ, जब दिल्ली की विजिलेंस टीम द्वारा बैंक को उक्त युवक के खाते से मोटी रकम का ट्रांजैक्शन की सूचना दी गई. इसके बाद बैंक प्रबंधक द्वारा इस बात की जानकारी युवक को दी गई.

जानकारी मिलने के बाद सोनू घर आया और बैंक प्रबंधक से संपर्क किया. बैंक प्रबंधक से उसने ट्रांजेक्शन की जानकारी होने से इनकार किया. सोनू ने इस संबंध में शाखा प्रबंधक को आवेदन देते हुए बताया कि उसके नाम से बैंक में खाता है. उक्त खाता में अज्ञात लोगों द्वारा बगैर उसकी जानकारी के करोड़ों रुपये का जमा निकासी किया गया है. सोनू ने खाता को तत्काल प्रभाव से बंद करने और 23 जून 2020 से अब तक का खाते से ट्रांजैक्शन से संबंधित स्टेटमेंट की मांग की है.

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हैरान करने वाली बात यह है कि जिस खाते से करोड़ों रुपये का लेन-देन किया गया है, वह जीरो बैलेंस पर खोला गया था. सोनू ने बताया कि 2016 में 8वीं कक्षा में पढ़ाई के दौरान उसने बैंक में खाता खुलवाया था. बैंक में जो भी पैसा उसने जमा किया, उसकी निकासी उसके द्वारा की गई है. पिछली बार 500 रुपये उसने खाते में जमा किया था, जिसका ब्याज सहित बढ़कर 700 रुपया हो गया है.

सोनू के अनुसार, लॉकडाउन के दौरान जब वह घर आया था तो पासबुक प्रिंट कराने और खाते से मोबाइल नंबर जुड़वाने का प्रयास किया था, लेकिन हो नहीं सका. इसके बाद उक्त खाते में जमा निकासी उसके द्वारा नहीं की गई. सबसे बड़ी बात यह है कि विद्यार्थियों के लिए जीरो बैलेंस पर खोले गए खाते में ट्रांजैक्शन की एक लिमिट होती है. इसके बाद भी बड़ी रकम का जमा निकासी कैसे किया गया, यह जांच का विषय है.

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वहीं, पंजाब नेशनल बैंक रिसियप के शाखा प्रबंधक अमृत खोलका ने बताया कि मोबाइल ऐप के जरिए 25.3.20 से लेकर 22.3.21 तक बड़ी रकम का ट्रांजेक्शन किया गया है. इससे संबंधित जांच की जा रही है. फिलहाल खाताधारक सोनू को बैंक बुलाकर पूछताछ की गई है. बैंक में जमा या निकासी पर्ची से नहीं किया गया है. ऐसे में तहकीकात करने में थोड़ी समस्या हो रही है, पर जल्द ही सभी बिंदुओं पर जांच कर हकीकत का पता लगाया जाएगा. प्रबंधक के अनुसार, प्रथम दृष्टया बैंक को उस लड़के पर भी संदेह हो रहा है.

Last Updated : Sep 10, 2021, 6:19 PM IST

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