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आइसोलेशन सेंटर में DTO ने की मजदूर की पिटाई, विपक्ष ने की बर्खास्तगी की मांग - coronavirus case in bihar

औरंगाबाद में जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने मजदूर की पिटाई की थी. इस घटना को लेकर विपक्षी पार्टियों में आक्रोश है.

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Published : Apr 2, 2020, 8:13 PM IST

औरंगाबाद: कोरोना राहत कार्य में आइसोलेशन सेंटर में कार्य कर रहे डीटीओ अनिल कुमार सिन्हा ने एक मजदूर को गाली देते हुए उसकी पिटाई कर दी थी. उस मजदूर की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने खाने के लिए रोटी की मांग की थी. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था. इस घटना के बाद विपक्षी नेताओं ने जिला परिवहन पदाधिकारी को बर्खास्त करने की मांग की है.

विपक्षी पार्टियों में आक्रोश
कोरोनावायरस के डर से दूसरे प्रदेशों में कार्य कर रहे हजारों मजदूर औरंगाबाद के रास्ते अपने घर को लौट रहे थे. औरंगाबाद जीटी रोड पर इन मजदूरों को पकड़कर गेट स्कूल में बने आइसोलेशन सेंटर में रखा जा रहा था. जहां से उन्हें गंतव्य की ओर रवाना किया जा रहा था. इसी दौरान भूखे मजदूरों ने रोटी की मांग की. जिसके बाद जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने मजदूर की पिटाई की थी. इस घटना को लेकर विपक्षी पार्टियों में आक्रोश है.

'गरीब विरोधी है यह सरकार'
जिला राजद उपाध्यक्ष उदय उज्ज्वल ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इस घटना से बिहार सरकार के पदाधिकारियों का अमानवीय चेहरा उजागर हो गया है. बिहार के मुख्यमंत्री का ढकोसला सामने आ गया है. यह सरकार गरीब विरोधी है. उदय उज्ज्वल ने कहा कि किसी लाचार-भूखे को गाली-गलौज और मारपीट करना मानवता को शर्मसार करने वाली बात है. बिहार सरकार ऐसे पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करे और अविलंब राहत कार्य से बाहर करे. ऐसा ना हो कि बिहार सरकार पर से आम आदमी का भरोसा उठ जाए.

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विजय कुमार , प्रदेश उपाध्यक्ष

डीटीओ की बर्खास्तगी की मांग
जनाधिकार युवा परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय कुमार उर्फ गोलू यादव ने डीटीओ अनिल कुमार सिन्हा की बर्खास्तगी की मांग की है.उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी में संवेदना ना हो उस अधिकारी को ऐसी जगहों पर नहीं लगाना चाहिए. जहां कई दिनों से भूखे प्यासे चलकर मजदूर अपने घरों को जा रहे हो. ऐसे में मजदूरों को संवेदना की जरूरत है ना की मार पिटाई की और गाली गलौज की.

विजय कुमार ने कहा कि ऐसे अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से राहत कार्य से बाहर किया जाए और उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जाए. आरजेडी के जिला प्रवक्ता रमेश यादव ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जब तक राज्य में ऐसे अधिकारी रहेंगे तब तक गरीबों का भला होने वाला नहीं है. उन्होंने बताया कि वे इस अधिकारी को हटाने के लिए डीएम से बात करेंगे और जल्द ही इन पर कार्रवाई करने की मांग करेंगे.

औरंगाबाद: कोरोना राहत कार्य में आइसोलेशन सेंटर में कार्य कर रहे डीटीओ अनिल कुमार सिन्हा ने एक मजदूर को गाली देते हुए उसकी पिटाई कर दी थी. उस मजदूर की गलती सिर्फ इतनी थी कि उसने खाने के लिए रोटी की मांग की थी. इस खबर को ईटीवी भारत ने प्रमुखता से उठाया था. इस घटना के बाद विपक्षी नेताओं ने जिला परिवहन पदाधिकारी को बर्खास्त करने की मांग की है.

विपक्षी पार्टियों में आक्रोश
कोरोनावायरस के डर से दूसरे प्रदेशों में कार्य कर रहे हजारों मजदूर औरंगाबाद के रास्ते अपने घर को लौट रहे थे. औरंगाबाद जीटी रोड पर इन मजदूरों को पकड़कर गेट स्कूल में बने आइसोलेशन सेंटर में रखा जा रहा था. जहां से उन्हें गंतव्य की ओर रवाना किया जा रहा था. इसी दौरान भूखे मजदूरों ने रोटी की मांग की. जिसके बाद जिला परिवहन पदाधिकारी अनिल कुमार सिन्हा ने मजदूर की पिटाई की थी. इस घटना को लेकर विपक्षी पार्टियों में आक्रोश है.

'गरीब विरोधी है यह सरकार'
जिला राजद उपाध्यक्ष उदय उज्ज्वल ने कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि इस घटना से बिहार सरकार के पदाधिकारियों का अमानवीय चेहरा उजागर हो गया है. बिहार के मुख्यमंत्री का ढकोसला सामने आ गया है. यह सरकार गरीब विरोधी है. उदय उज्ज्वल ने कहा कि किसी लाचार-भूखे को गाली-गलौज और मारपीट करना मानवता को शर्मसार करने वाली बात है. बिहार सरकार ऐसे पदाधिकारियों पर कड़ी कार्रवाई करे और अविलंब राहत कार्य से बाहर करे. ऐसा ना हो कि बिहार सरकार पर से आम आदमी का भरोसा उठ जाए.

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विजय कुमार , प्रदेश उपाध्यक्ष

डीटीओ की बर्खास्तगी की मांग
जनाधिकार युवा परिषद के प्रदेश उपाध्यक्ष विजय कुमार उर्फ गोलू यादव ने डीटीओ अनिल कुमार सिन्हा की बर्खास्तगी की मांग की है.उन्होंने कहा कि जिस अधिकारी में संवेदना ना हो उस अधिकारी को ऐसी जगहों पर नहीं लगाना चाहिए. जहां कई दिनों से भूखे प्यासे चलकर मजदूर अपने घरों को जा रहे हो. ऐसे में मजदूरों को संवेदना की जरूरत है ना की मार पिटाई की और गाली गलौज की.

विजय कुमार ने कहा कि ऐसे अधिकारियों को तत्काल प्रभाव से राहत कार्य से बाहर किया जाए और उन्हें सेवा से बर्खास्त किया जाए. आरजेडी के जिला प्रवक्ता रमेश यादव ने इस घटना पर तीखी प्रतिक्रिया देते हुए कहा है कि जब तक राज्य में ऐसे अधिकारी रहेंगे तब तक गरीबों का भला होने वाला नहीं है. उन्होंने बताया कि वे इस अधिकारी को हटाने के लिए डीएम से बात करेंगे और जल्द ही इन पर कार्रवाई करने की मांग करेंगे.

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