औरंगाबादः जिला समाहरणालय के सभागार में डीएम ने उर्वरक निगरानी समिति की बैठक की, जिसमें उर्वरक की उपलब्धता के साथ किसानों को उसे मुहैया कराए जाने के तरीकों की समीक्षा की गई. जिलाधिकारी सौरभ जोरवाल की अध्यक्षता में जिला उर्वरक निगरानी समिति की बैठक की गई. बैठक में कुटुंबा विधायक राजेश राम सहित सम्बंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे.
उर्वरक की कालाबाजारी रोकने के लिए 302 पीओएस मशीन
जिला कृषि पदाधिकारी द्वारा जानकारी दी गई कि जिले में कृत्रिम रूप से उर्वरकों का अभाव दिखाकर उसकी कालाबाजारी और जमाखोरी विक्रेताओं द्वारा की जा रही है. जिले में खुदरा उर्वरक बिक्रय केंद्रों पर उर्वरकों की बिक्रय हेतू लगाई गई 541 पीओएस मशीन के विरुद्ध अब तक 302 पीओएस मशीन को नए वर्जन में अपडेट कर दिया गया है. इसके माध्यम से किसानों द्वारा उर्वरक खरीदने पर मोबाइल पर एसएमएस के जरिए उर्वरक की मात्रा और बिक्रय मूल्य का मैसेज प्रेषित हो जाएगा.
भंडारण और बिक्री मूल्य पर नियंत्रण रखने के लिए औचक निरीक्षण
खुदरा उर्वरक विक्रेताओं द्वारा उर्वरकों की बिक्री की रसीद किसानों को नहीं दिए जाने और किसानों को उर्वरक के निर्धारित मूल्य से अधिक पैसा लिए जाने की शिकायत मिली थी. जिसके निवारण के लिए 302 पीओएस मशीन लगाया गया है. जिलाधिकारी ने जिला कृषि पदाधिकारियों के साथ प्रखंड के सभी कृषि पदाधिकारियों को निर्देश दिया है कि नियमित रूप से प्रखंडों में उर्वरक और बिक्री केंद्रों की स्थिती पर पीओएस मशीन के द्वारा निगरानी करें. भंडारण और बिक्री मूल्य पर नियंत्रण रखने के लिए औचक निरीक्षण करें, ताकि किसानों को उर्वरक प्राप्ति में किसी प्रकार की कठिनाई न हो.