औरंगाबाद: बिहार के औरंगाबाद के हसपुरा पंचायत और अमझर शरीफ पंचायत में अवस्थित 3 मंदिर परिसरों में शरारती तत्वों ने मांस के टुकड़े फेंककर माहौल बिगाड़ने की कोशिश की. इतना ही नहीं मांस के टुकड़े के साथ एक दुकान पर पोस्टर भी चस्पा कर दिया. जिसपर बीजेपी मुर्दाबाद, अमझर पंचायत के मुखिया मुर्दाबाद लिखकर सनसनी फैला दी. इस घटना के बाद हसपुरा समेत आसपास के गांवों में तनाव पैदा हो गया. मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएम और एसपी समेत अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचकर मामले को शांत कराने की कोशिश की.
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लोगों से जिला प्रशासन के साथ सहयोग की अपील की : डीएम सुहर्ष भगत ने बताया कि लोगों से जिला प्रशासन के साथ सहयोग की अपील की गई है. इसके साथ ही स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जगह जगह पर पर्याप्त मात्रा में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है. हर दो घंटे पर स्टैटिक मजिस्ट्रेट द्वारा संबंधित थाना को खैरियत समर्पित करने का निर्देश दिया गया है. इसके अतिरिक्त हसपुरा पंचायत एवं अमझरशरीफ पंचायत में वीडियो कैमरा एवं सीसीटीवी कैमरा की मदद से पूरे स्थानीय क्षेत्रों पर निगरानी रखने का निर्देश दिया गया है.
डीएम और एसपी ने ली शांति समिति की बैठक: जिला पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक एवं अपर समाहर्ता द्वारा स्वयं स्थल निरीक्षण किया. हसपुरा थाना परिसर में जिला पदाधिकारी की अध्यक्षता में शांति समिति के सदस्यों के साथ समीक्षा बैठक कर दोनों पक्षों से सहयोग की अपील की गई. साथ ही साथ दोनों समुदायों के लोगों से इस बारे में फीडबैक भी प्राप्त किया गया. मौके पर उपस्थित सभी शांति समिति के सदस्यों द्वारा जिला प्रशासन को सभी आवश्यक सहयोग देने का आश्वासन दिया गया.
निकाला गया फ्लैग मार्च : आमलोगों में विश्वास बहाली के लिए दाउदनगर एसडीएम मनोज कुमार एवं एसडीपीओ कुमार ऋषिराज के नेतृत्व में स्थिति को सामान्य बनाए रखने हेतु फ्लैग मार्च भी किया गया. इस फ्लैग मार्च में दोनों समुदायों के शांति समिति के सदस्यों ने भी हिस्सा लिया. फिलहाल जिला प्रशासन द्वारा स्थिति को पूरी तरह नियंत्रित कर लिया गया है एवं शांति व्यवस्था बरकरार है.
"लोगों से जिला प्रशासन के साथ सहयोग की अपील की गई है. स्थिति को नियंत्रित रखने के लिए जिला प्रशासन द्वारा जगह जगह पर पर्याप्त मात्रा में दंडाधिकारी, पुलिस पदाधिकारी एवं पुलिस बल की प्रतिनियुक्ति की गई है." - सुहर्ष भगत, डीएम