औरंगाबाद: बिहार सरकार की ओर से साल भर पहले लागू किए गए स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना से जिले में अब तक 3 हजार 600 छात्र लाभान्वित हो चुके हैं. बिहार सरकार की ओर से छात्रों को उच्च शिक्षा देने के उद्देश्य से लागू की गई इस योजना का फायदा गरीब छात्रों को हो रहा है. जिन्हें अब समय पर क्रेडिट मिल जाने से महंगी फीस के अभाव में पढ़ाई नहीं छोड़नी पड़ रही है.
इस योजना के तहत छात्रों को देने के लिए विभाग की ओर से 100 करोड़ रुपया सैंक्शन हो चुका है. जिसमें से 42 करोड़ रुपये का भुगतान भी किया जा चुका है. जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र के प्रबंधक सुनीता सिंह ने बताया कि इस योजना में दसवीं पर पॉलिटेक्निक में जाने वाले छात्रों को लाभ दिया जाता है. जबकि उच्च शिक्षा प्राप्त करने के लिए 12 वीं होना अनिवार्य है. पॉलिटेक्निक के कोर्स को छोड़कर बाकी सभी कोर्सो में 12वीं परीक्षा पास होना अनिवार्य है.
छात्रों को मिल रहा फायदा
सभी छात्र स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना का लाभ उठा सकते हैं. सुनीता सिंह ने बताया कि बिहार सरकार द्वारा मान्यता प्राप्त 42 कोर्सों में से किसी एक में पढ़ाई करने के दौरान छात्र इस योजना का लाभ ले सकते हैं. सिर्फ वोकेशनल कोर्स पर ही नहीं बल्कि साधारण ग्रेजुएट या पीजी कर रहे छात्र भी इस योजना का लाभ उठा सकते हैं. उन्होंने बताया कि इस योजना में क्रेडिट की अधिकतम राशि 4 लाख रुपये तक होती है. जिसमें कॉलेज की फी स्ट्रक्चर के अनुसार हॉस्टल और स्टेशनरी का खर्च भी दिया जाता है.
प्रबंधक ने दी जानकारी
प्रबन्धक सुनीता सिंह ने बताया कि इस योजना में अप्लाई करने की प्रक्रिया बड़ी आसान है. छात्र जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र में आकर फार्म जमा कर सकते हैं. स्टूडेंट्स क्रेडिट कार्ड योजना में फॉर्म अप्लाई कर रहे गोह के रहने वाले छात्र गौतम कुमार से बात की तो उन्होंने बताया कि वे बी-फार्मा के छात्र हैं और उसकी फी जमा करने के लिए वे इस योजना में फार्म डालने आये हैं. गौतम कुमार ने कहा कि स्टूडेंट क्रेडिट कार्ड योजना छात्रों के उच्च शिक्षा का रास्ता खोलता है, जो छात्र उच्च शिक्षा प्राप्त करते हैं. इस योजना के बारे में डिटेल्स जानकारी नहीं है. वे जिला मुख्यालय पर स्थित जिला निबंधन सह परामर्श केंद्र में जाकर सलाह ले सकते हैं.