औरंगाबाद: जिले में प्रवासी मजदूरों को रहने के लिए बनाए गए क्वारंटीन सेंटरों में खराब व्यवस्था को लेकर लगातार खबरें आ रही हैं. ग्रामीण इलाके के क्वारंटीन सेंटर्स पर किसी भी तरह की कोई सुविधाएं नहीं दी जा रही है. इन सेंटर्स पर प्रवासी अपने घरों से खाना मंगाकर खा रहे हैं. इसके अलावा मास्क, सैनिटाइजर आदि का वितरण भी नहीं किया गया है.
जिले के नवीनगर प्रखंड के करमडीह प्राथमिक विद्यालय को क्वारंटीन सेंटर बनाया गया है. यहां 22 लोगों को क्वारंटीन किया गया है. लेकिन इन्हें किसी भी तरह की कोई सुविधा नहीं दी गई है. इसके अलावा दाउदनगर प्रखंड के खैरा गांव, मखरा गांव सहित दर्जनों गांवों में बनाए गए क्वारंटीन सेंटर का भी यही हाल है. दाउदनगर शहर में स्थित क्वारंटीन सेंटर में रह रहे प्रवासी मजदूर खराब व्यवस्था को लेकर तीन बार सड़क जाम भी कर चुके हैं. ऐसे कई क्वारंटीन सेंटर है, यहां अब तक बिछावन, बाल्टी, लोटा, मास्क और सैनिटाइजर तक की व्यवस्था नहीं कराई गई है. प्रवासी लोग घरों से खाना मंगा कर खा रहे हैं. ये लोग प्रशासन से मानक के अनुसार व्यवस्था की मांग कर रहे हैं.
क्वारंटीन सेंटरों का हाल बदहाल
क्वारंटीन सेंटरों पर सभी तरह की सुविधाएं देने के लिए सरकार ने फंड उपलब्ध कराई है. इसके लिए पैसे भी जारी कर दिए गए हैं. इसके बावजूद क्वारंटीन सेंटरों का हाल बदहाल है. इससे परेशान होकर जिले के कई क्वारंटीन सेंटर्स पर प्रवासी मजदूर लगातार हंगामा कर रहे हैं.