औरंगाबादः बिहार इंटरमीडिएट परीक्षा का परिणाम घोषित कर दिया गया है. जिले के मदनपुर प्रखण्ड मुख्यालय पर ठाकुर मोहल्ला निवासी रजनीश कुमार पाठक कॉमर्स संकाय में राज्य स्तर पर प्रथम स्थान प्राप्त किया है. रजनीश औरंगाबाद शहर के सच्चिदानंद सिन्हा कॉलेज का छात्र था. रजनीश ने कुल 500 अंकों में 475 अंक लाकर टॉप में स्थान बनाया है. रजनीश के पिता मदनपुर में परचून की दुकान चलाते हैं.
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चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना सपनाः रजनीश का पैतृक गांव गया जिले के आमस थाना क्षेत्र के नौगढ़ है. रजनीश के माता पिता 20 वर्षों से मदनपुर में रहते आ रहे हैं. पिता शशि कुमार पाठक परचून की दुकान चलाते हैं. उनकी मां अनिता देवी गृहणी हैं. बेटे के इस सफलता पर माता-पिता और परिजन काफी खुश हैं. अपनी सफलता को लेकर परीक्षा के बाद से ही आश्वस्त रहे रजनीश ने कहा कि जीवन में सफल होना है तो कभी हताशा नहीं होना चाहिए. ना ही कभी तनाव लेना चाहिए. रजनीश आगे चलकर चार्टर्ड अकाउंटेंट बनना चाहता है.
गांव से दूर शहर में रहकर की पढ़ाईः सीए बनने को अपने जीवन का लक्ष्य बताते हुए रजनीश ने अपनी सफलता का श्रेय अपने माता-पिता और शिक्षकों को दिया है. रजनीश पहली से लेकर 10वीं तक विश्व विद्या भारती इंटरनेशनल स्कूल गया का छात्र रहा है. उसने बताया कि पढ़ाई को लेकर उनकी माता और पिता ने बड़े त्याग किए हैं. गांव से दूर शहर में रहकर उसने पढ़ाई की है.
घर के लोगों में खुशीः इस खुशी की खबर से रजनीश की मां और पिता की आंखें भर आई. उन्होंने कहा कि हम जानते थे कि जानता था कि मेरा बेटा कमाल करेगा. वैसे रजनीश सच्चिदानंद सिंहा कॉलेज में इंटर कॉमर्स का छात्र था और सचदेवा कॉमर्स क्लासेज औरंगाबाद से कोचिंग ली थी. इनकी सफलता से पूरे परिवार और आसपास के लोगों में खुशी का माहौल है.
"10 घंटे तक पढ़ाई करते थे, इस कारण से अच्छे नंबर आए हैं. इसमें परिवार के लोगों का बहुत सहयोग है. कोचिंग में भी अच्छी से पढाई होती थी. आगे हमें सीए बनना है. मेरा पहले से सपना रहा है कि चार्टड अकाउंटेंट की पढ़ाई करें." -रजनीश कुमार पाठक, कॉमर्स टॉपर
"जब से पता चला है कि मेरा बेटा टॉप किया है तब से बहुत खुशी हो रही है. औरंगाबाद सिन्हा कॉलेज से पढ़ा है, वहीं कोचिंग किया है. मेरी परचून की दुकान है, उसी से घर चलता है. बेटा को पढ़ा लिखाकर सीए बनाना है. मेरा बेटा का भी सपना है कि वह सीए बने." -शशि कुमार पाठक, रजनीश के पिता