गया: 'मुझे हिंदू धर्म से लगाव है. एसडीएम (SDM) साहब, मैं खुद अपनी मर्जी से हिंदू धर्म अपना रहा हूं. मैंने अपने परिवारवालों को भी सब बता दिया है.' यह कहना है मो. मिस्बाह का जो अब धर्म परिवर्तन कर प्रिंस कुमार बन गया है. कागजी कार्रवाई भी पूरी हो चुकी है लेकिन उस पर लगा पॉक्सो एक्ट (POCSO Act) खत्म नहीं हुआ है. पॉक्सो एक्ट इसलिए लगा क्योंकि वह अपनी प्रोमिका को घर से भगा ले गया था. लड़की नाबालिग थी. बड़ी बात यह है कि वह अलग धर्म से थी. बता दें कि प्रिंस औरंगाबाद (Aurangabad) जिले के रफीगंज का रहने वाला है.
यह भी पढ़ें- औरंगाबादः प्रेमिका से मिलने गए युवक को पकड़ घर वालों ने पुलिस को सौंपा, पुलिस वालों ने कराई शादी
पॉक्सो एक्ट लगने के बावजूद प्रिंस को जेल इसलिए नहीं हुई, क्योंकि उसकी प्रेमिका ने 164 का बयान प्रिंस के पक्ष में दिया था. वक्त बीता और अब किशोरी 18 साल की युवती हो चुकी है. मो. मिस्बाह के धर्म परिवर्तन का कारण जो भी बताए लेकिन ईटीवी भारत की जुटाई जानकारी के अनुसार वह प्रेम प्रसंग के कारण प्रिंस कुमार बना है.
प्रिंस गया के बाटा मोड़ के पास टैटू स्टूडियो चलाता है. उसे रामपुर थाना क्षेत्र की रहने वाली एक लड़की से प्यार हो गया था. प्रेमी युगल घर से रफूचक्कर भी हो गए थे लेकिन वे पकड़े गए. कोर्ट-कचहरी से निपटकर कुछ दिन इंतजार किया. प्रेमिका की उम्र 18 साल हो जाने के बाद अब धर्म आड़े आ रहा था. मिस्बाह ने प्यार और धर्म में से प्यार को चुना. उसे अब उम्मीद है कि प्रेमिका के परिवार वाले मान जाएंगे. दोनों की शादी राजी-खुशी हो जाये.
'मुझे हिंदू धर्म से लगाव हो गया था. मैं खुद की मर्जी से हिंदू धर्म अपना रहा हूं. मेरे ऊपर किसी का दबाव नही है. मैं अपने परिजनों को इस बारे में बता चुका हूं. उन्हें भी कोई दिक्कत नहीं है. मैं मो. मिस्बाह से प्रिंस कुमार बन चुका हूं.' -प्रिंस कुमार
कागजी कार्रवाई से मो. मिस्बाह प्रिंस कुमार तो बन गया है लेकिन उस पर लगा पॉक्सो एक्ट अभी खत्म नहीं हुआ है. प्रिंस को उम्मीद है कि उसकी प्रेमिका के घर वाले भी उन दोनों की शादी के लिए मान जाएंगे. शादी हो जाए तो प्यार की भी जीत हो जाएगी और कानूनी कार्रवाई से भी बच जाएगा.
यह भी पढ़ें- सीतामढ़ी पुलिस ने पेश की मिसाल, देवर से शादी करा बसाया विधवा का परिवार