ETV Bharat / state

औरंगाबाद में बनाई गई 468 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला, महिलाओं ने लिया बढ़ चढ़कर हिस्सा

author img

By

Published : Jan 19, 2020, 4:59 PM IST

श्रृंखला की निगरानी के लिए अधिकारियों की एक टीम बनाई गई थी. सीईओ बसंत कुमार राय ने बताया कि इसका उद्देश्य जल जीवन हरियाली योजना को सफल बनाना है. आयोजन में भाग लेने वाले सभी लोगों को इस उद्देश्य के बारे में बताया गया है.

मानव श्रृंखला
मानव श्रृंखला

औरंगाबादः जल जीवन हरियाली अभियान के तहत शराबबंदी, दहेज प्रथा उन्मूलन और बाल विवाह रोकथाम जैसे दर्जनों मुद्दों को लेकर पूरे बिहार में रविवार को मानव श्रृंखला आयोजित की गई. इसके तहत जिले में 468 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई.

रोहतास जिले की सीमा से शुरू होकर शहर के विभिन्न जगहों से होते हुए झारखंड के सीमा पलामू तक श्रृंखला का आयोजन किया गया. इसमें हजारों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया. वहीं, कार्यक्रम में महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं, ठंड के कारण स्कूल के बच्चे कम संख्या में पहुंचे.

देखें पूरी रिपोर्ट

अधिकारी रहे मौजूद
श्रृंखला की निगरानी के लिए अधिकारियों की एक टीम बनाई गई थी. बारुण सीईओ बसंत कुमार राय ने बताया कि इसका उद्देश्य जल जीवन हरियाली योजना को सफल बनाना है. आयोजन में भाग लेने वाले सभी लोगों को इस उद्देश्य के बारे में बताया गया है.

Aurangabad
मानव श्रृंखला में शामिल लोग

शिक्षकों का रहा मिलाजुला असर
नियोजित शिक्षकों ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर मानव श्रृंखला का विरोध किया था. इसका मिलाजुला असर देखने को मिला. कई जगहों पर शिक्षकों ने श्रृंखला में भागीदारी ली, तो कई जगहों पर शिक्षकों ने हिस्सा नहीं लिया.

औरंगाबादः जल जीवन हरियाली अभियान के तहत शराबबंदी, दहेज प्रथा उन्मूलन और बाल विवाह रोकथाम जैसे दर्जनों मुद्दों को लेकर पूरे बिहार में रविवार को मानव श्रृंखला आयोजित की गई. इसके तहत जिले में 468 किलोमीटर लंबी मानव श्रृंखला बनाई गई.

रोहतास जिले की सीमा से शुरू होकर शहर के विभिन्न जगहों से होते हुए झारखंड के सीमा पलामू तक श्रृंखला का आयोजन किया गया. इसमें हजारों की संख्या में लोगों ने हिस्सा लिया. वहीं, कार्यक्रम में महिलाओं ने भी बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया. वहीं, ठंड के कारण स्कूल के बच्चे कम संख्या में पहुंचे.

देखें पूरी रिपोर्ट

अधिकारी रहे मौजूद
श्रृंखला की निगरानी के लिए अधिकारियों की एक टीम बनाई गई थी. बारुण सीईओ बसंत कुमार राय ने बताया कि इसका उद्देश्य जल जीवन हरियाली योजना को सफल बनाना है. आयोजन में भाग लेने वाले सभी लोगों को इस उद्देश्य के बारे में बताया गया है.

Aurangabad
मानव श्रृंखला में शामिल लोग

शिक्षकों का रहा मिलाजुला असर
नियोजित शिक्षकों ने अपने विभिन्न मांगों को लेकर मानव श्रृंखला का विरोध किया था. इसका मिलाजुला असर देखने को मिला. कई जगहों पर शिक्षकों ने श्रृंखला में भागीदारी ली, तो कई जगहों पर शिक्षकों ने हिस्सा नहीं लिया.

Intro:संक्षिप्त- जल जीवन हरियाली योजना को लेकर औरंगाबाद जिले में मानव श्रृंखला का आयोजन हुआ। जिले में 468 किलोमीटर लंबी चेन रोहतास जिले की सीमा सोन पुल से शुरू हुआ था।

BH_AUR_01_HUMAM_CHAIN_PKG_7204105

औरंगाबाद- दहेज प्रथा उन्मूलन और शराबबंदी बिहार में हमेशा से मुद्दा रहा है। लेकिन 2019 में भीषण गर्मी से हजारों लोगों की मौत होने के कारण बिहार सरकार ने जल जीवन हरियाली योजना को भी शामिल कर लिया है। बिहार सरकार के निर्देश पर रविवार को हुई मानव श्रृंखला इन्ही मुद्दों पर आयोजित किया गया।




Body:जल जीवन हरियाली, शराबबंदी, दहेज प्रथा उन्मूलन और बाल विवाह रोकथाम जैसे दर्जनों मुद्दों को लेकर पूरे बिहार में रविवार को मानव श्रृंखला आयोजित की गई। इस मानव श्रृंखला की कुल लंबाई औरंगाबाद जिले में 468 किलोमीटर थी। जिले के सोन नदी के तट से रोहतास जिले की सीमा से शुरू होकर यह चेन जीटी रोड पर मदनपुर से आगे गया जिला के और राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 139 पर शमशेर नगर से आगे तक अरवल जिलाऔर दक्षिण में झारखंड के सीमा पलामू जिला तक इस चेन का आयोजन किया गया। जहां हजारों की संख्या में लोगों ने भाग लिया । इस चेन में ठंड के कारण विद्यालयों से बच्चे कम संख्या में पहुंचे। वहीं स्व सहायता समूह के महिला कर्मी, रसोईया, जदयू कार्यकर्ता आदि मिलकर सड़कों पर मानव श्रृंखला बनाये।

अधिकारी कर रहे थे निगरानी

इस श्रृंखला की निगरानी के लिए सरकारी अधिकारियों की एक टीम बनाई गई थी । बारुण सीईओ बसंत कुमार राय ने बताया कि इस मानव श्रृंखला का उद्देश्य जल जीवन हरियाली योजना को जीवन में पूर्णरूपेण उतारने का है। उन्होंने बताया कि रोहतास जिला की सीमा से सटे जीटी रोड पर यह आयोजन पूरी तरह से सफल रहा है और आयोजन में भाग लेने वाले सभी लोगों को इस उद्देश्य से अवगत कराया गया है। वह अपने अपने घर जाकर इस उद्देश्य को अन्य लोगों को भी बताएंगे।

बच्चों में रहा उत्साह तो ठंड ने रोके कदम

मानव श्रृंखला के इस आयोजन को लेकर छोटे बच्चों में काफी उत्साह था लेकिन ठंड के कारण अधिकतर बच्चे घरों में ही दुबके रहे । फिर भी सभी विद्यालयों से व्यस्क बच्चे मानव श्रृंखला में भाग लेने निर्धारित स्थान पर पहुंचे।

नियोजित शिक्षकों का रहा विरोध फिर भी पहुंचे

नियोजित शिक्षकों ने अपने विभिन्न मांगों जिसमें प्रमुख मांग समान कार्य समान वेतन है को लेकर इस मानव श्रृंखला का विरोध किया था। इस कारण से कई जगह पर नियोजित शिक्षकों की भागीदारी नहीं रही तो कई जगह पर वह लाइन में खड़े देखे गए।



Conclusion:मानव श्रृंखला को लेकर कई जगह पर विरोधाभास की स्थिति रही। कहीं-कहीं लोगों की संख्या काफी कम थी तो कहीं-कहीं सड़कें खाली दिखी। कारण चाहे जो भी हो लेकिन श्रृंखला का उद्देश्य समाज के हित में था और ऐसे उद्देश्य को जीवन में आत्मसात करने की जरूरत है।

विसुअल- रेडी टू अपलोड
vo1
बाइट - छात्र
बाइट- शिक्षक
बाइट- शिक्षक

vo2
बाइट- बसन्त कुमार राय, अंचल अधिकारी बारुण, औरंगाबाद
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.