भोजपुरः पूरा विश्व कोरोना महामारी की चपेट में है. पूरी दुनिया के लोग इससे तबाह है. भारत में भी इसका संक्रमण बढ़ता ही जा रहा है. मेडिकल से जुड़े वैज्ञानिक इसकी दवा की खोज में जुटे हैं, लेकिन अभी तक सफलता नहीं मिल पाई है. ऐसे में इससे बचाव का एक मात्र तरीका है सोशल डिस्टेंसिंग. केंद्र सरकार ने तीन मई तक पूरे देश को लॉकडाउन कर रखा है, लेकिन कुछ लोग इसे मानने को तैयार नहीं हैं.
पीरो प्रखंड के पचरूखिया गांव का मामला
आए दिन सोशन डिस्टेंसिंग के उल्लंघन की खबरें आती रहती हैं. ताजा मामला बिहार के भोजपुर का है. जहां सोशल डिस्टेंसिंग के उल्लंघन की यह तस्वीर तमाम सरकारी प्रयासों और कोरोना वॉरियर्स की कोशिशों को मुंह चिढ़ाती है. मामला पीरो प्रखंड के पचरूखिया गांव का है. जहां आहर में मछली पकड़ने के लिए लोगों की भीड़ जुट गई.
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गांव में संक्रमण फैलने का खतरा
बताया जाता है कि विभाग ने गांव के आहर में पानी खोला तो ग्रामीण वहां मछली पकड़ने के लिए जुट गए. इस दौरान लॉकडाउन और सोशल डिस्टेंसिंग का घोर उल्लंघन हुआ. ऐसे में कोरोना वायरस के संक्रमण के फैलने का भी खतरा था. गांव में ऐहतियात बरत रहे लोगों ने कहा कि हमलोग एक महीने से पूरी तरह लॉकडाउन का पालन कर रहे हैं. लेकिन कुछ लोगों की लापरवाही ने गांव में संक्रमण के खतरे को बल दे दिया है. वहीं, पंचायत के मुखिया ने इस संबंध में डीएम को पत्र लिखकर शिकायत की है. बता दें कि भोजपुर में भी कोरोना वायरस के पॉजिटिव मरीज मिले हैं.