भोजपुर: बढ़ते कोरोना संक्रमण को लेकर राज्य में दोबारा लॉकडाउन लगाया गया है. जिले में लगातार कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या में इजाफा हो रहा है. बावजूद लोग सतर्क नहीं नजर आ रहे हैं. सड़कों पर काफी भीड़ देखी जा रही है.
लॉकडाउन में लोगों के बेवजह घरों से बाहर निकलने पर जिला प्रशासन ने रोक लगा रखी है. लेकिन जिलावासी मानने को तैयार नहीं हैं. जिस तरह से भोजपुर में ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है. ऐसे में वहां संक्रमण का खतरा भी तेजी से बढ़ने लगा है.
इन इलाकों में भारी भीड़
जिले की कई प्रमुख सड़कों पर रोजाना जाम रहता है. जिसमें कतीरा ओवरब्रिज, गोपाली चौक, अस्पताल रोड महावीर टोला, शिवगंज शामिल है. जहां जिलावासी सोशल डिस्टेंस की धज्जियां उड़ाते हुए सड़कों पर बाइक और पैदल टहलते नजर आ रहे हैं. वहीं ठेला लगाकर सब्जी और फल बेचने वाले दुकानदार भी बिना मास्क के दुकान चला रहे हैं.
नाकाम दिख रहा प्रशासन
इस संबंध में जिले के अधिवक्ता अमित कुमार गुप्ता से बात की गई तो उन्होंने कहा कि लॉकडाउन सिर्फ नाम का रह गया है. जिले में लॉकडाउन की धज्जियां उड़ रही हैं. जिला प्रशासन इसे रोकने में नाकाम साबित हो रहा है. वहीं सदर अस्पताल के डॉक्टर केएन सिन्हा ने कहा कि जिस तरह से कोरोना का संक्रमण बढ़ रहा है उसमें कहीं ना कहीं ट्रैफिक का बढ़ना एक मुख्य वजह हो सकता है.
भोजपुर में कोरोना
ट्रैफिक डीएसपी रूपेश कुमार की मानें तो से बात की गई तो उन्होंने कहा कि हमारे पुलिस के जवान लगातार ट्रैफिक को नियंत्रण करने में लगे हुए हैं. लोगों को भी समझाया जा रहा है कि बेवजह सड़कों पर भीड़ ना करें. बता दें कि कुल संक्रमितों की संख्या 3058 है जबकि 2413 लोग स्वस्थ हो चुके हैं. वहीं 21 लोगों की मौत हो गई है. उसके साथ ही कोरोना का 624 केस अभी भी एक्टिव है. बावजूद इसके जिलेवासी कोरोना को मजाक समझते हुए सड़कों पर भीड़ लगाते हुए दिखाई दे रहे हैं. जिसे रोकने में जिला प्रशासन नाकाम साबित हो रही है.