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VIDEO: नाव वाले सवारी ढो रहे हैं, या मौत को बुलावा दे रहे हैं

बारिश के कारण गंगा में जलस्तर बढ़ गया है. जिस वजह से नदी उफनाई है, इसके बावजूद क्षमता से अधिक लोगों को बैठाकर नाव से इस पार से उस पार कराया जा रहा है, जिस वजह से हर वक्त अनहोनी की आशंका बनी रहती है.

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Published : Jun 23, 2021, 9:11 PM IST

गंगा
गंगा

आरा: लगातार बारिश के कारण भोजपुर में भी गंगा का जलस्तर (Water Level of Ganga) बढ़ गया है. जिस वजह से प्रशासन अलर्ट मोड पर है. हर पल स्थिति पर नजर रखी जा रही है, लेकिन बड़हरा में बेहद ही चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है. जहां लोग जान जोखिम में डालकर क्षमता से अधिक लोग नाव पर सवार होकर नदी पार करते हैं.

ये भी पढ़ें- भोजपुर में किसानों पर पहाड़ बनकर टूटा CYCLONE YAAS, कई एकड़ में लगी सब्जियां हुईं बर्बाद

जान जोखिम में डालकर सफर
बड़हरा प्रखंड क्षेत्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और गंगा के बढ़ते जलस्तर के बीच नदी में ओवर लोडेड नावों का परिचालन जारी है. हालांकि प्रशासन ने इसे रोकने को लेकर कड़ी चेतावनी भी दी है. लेकिन महुली स्थित गंगा नदी घाट पर मौजूद नाविक चंद पैसे की लालच में खतरा लेने से बाज नहीं आ रहे हैं.

देखें रिपोर्ट

क्षमता से अधिक सवारी
यहां पर मनमाने तरीके से नाव पर क्षमता से अधिक लोगों को बैठा कर नदी के इस पार से उस पार ले जा रहे हैं. लोग भी मजबूर होते हैं, क्योंकि इनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं है. नाव भी इतनी सीमति संख्या में है कि अगर खाली नाव का इंतजार करेंगे तो काफी वक्त निकल जाएगा. ऐसे में कोई रिस्क लेना नहीं चाहता.

साइकिल-बाइक की भी ढुलाई
नाव पर क्षमता से अधिक लोग तो बिठाया ही जाता है. साथ-साथ साइकिल और कई सारी मोटर साइकिल भी नाव पर लोड कर दिया जाता है. जिस वजह से नाव पर भार काफी अधिक बढ़ जाता है. जबतक नाव नदी के उस पार नहीं पहुंच जाती सवारी की जान सांसत में रहती है.

गंगा का जलस्तर
नाव पर क्षमता से अधिक सवारी

लोगों का आरोप
नाव की सवारी करने वालों की मानें तो तो इसके लिए सीधे प्रशासन जिम्मेदार है. उनका कहना है कि पीपापुल बंद हो जाने के बाद से खवासपुर पंचायत की बड़ी आबादी का एक मात्र सहारा नाव ही है. नाविक की मनमानी के कारण हमें भी मजबूरन जान जोखिम में डालकर नाव पर बैठना पड़ जाता है.

ये भी पढ़ें- बिहार में हर साल क्यों तबाही मचाता है बाढ़, जानें वजह और उपाय

प्रशासन का कार्रवाई का आश्वासन
यहां जो कुछ चल रहा है, ऐसा नहीं है कि उसकी खबर प्रशासन को नहीं है. इसके बावजूद इस ओर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है. इस बारे में जब ईटीवी भारत संवाददाता ने बड़हरा के अंचलाधिकारी राम वचन राम से पूछा तो उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि जल्द ही स्थिति का जायजा लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी

"हम लोग जल्द ही जांच करने के लिए महुली घाट जा रहे हैं, जरूर कार्रवाई की जाएगी. वैसे वहां पर धारा 144 लागू है. मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति भी कर दी गई है"- राम वचन राम, अंचलाधिकारी, बड़हरा

अनहोनी की आशंका
जाहिर है, जिस तरह से क्षमता से अधिक सवारियों को नाव पर बिठाया जा रहा है. साथ में कई साइकिल, बाइक और भारी भरकम सामान भी ढोया जा रहा है, उससे कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है. क्योंकि गंगा उफनाई हुई है, उसकी धारा भी काफी तेज रहती है.

आरा: लगातार बारिश के कारण भोजपुर में भी गंगा का जलस्तर (Water Level of Ganga) बढ़ गया है. जिस वजह से प्रशासन अलर्ट मोड पर है. हर पल स्थिति पर नजर रखी जा रही है, लेकिन बड़हरा में बेहद ही चौंकाने वाली तस्वीर सामने आई है. जहां लोग जान जोखिम में डालकर क्षमता से अधिक लोग नाव पर सवार होकर नदी पार करते हैं.

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जान जोखिम में डालकर सफर
बड़हरा प्रखंड क्षेत्र में लगातार हो रही मूसलाधार बारिश और गंगा के बढ़ते जलस्तर के बीच नदी में ओवर लोडेड नावों का परिचालन जारी है. हालांकि प्रशासन ने इसे रोकने को लेकर कड़ी चेतावनी भी दी है. लेकिन महुली स्थित गंगा नदी घाट पर मौजूद नाविक चंद पैसे की लालच में खतरा लेने से बाज नहीं आ रहे हैं.

देखें रिपोर्ट

क्षमता से अधिक सवारी
यहां पर मनमाने तरीके से नाव पर क्षमता से अधिक लोगों को बैठा कर नदी के इस पार से उस पार ले जा रहे हैं. लोग भी मजबूर होते हैं, क्योंकि इनके पास कोई अन्य विकल्प नहीं है. नाव भी इतनी सीमति संख्या में है कि अगर खाली नाव का इंतजार करेंगे तो काफी वक्त निकल जाएगा. ऐसे में कोई रिस्क लेना नहीं चाहता.

साइकिल-बाइक की भी ढुलाई
नाव पर क्षमता से अधिक लोग तो बिठाया ही जाता है. साथ-साथ साइकिल और कई सारी मोटर साइकिल भी नाव पर लोड कर दिया जाता है. जिस वजह से नाव पर भार काफी अधिक बढ़ जाता है. जबतक नाव नदी के उस पार नहीं पहुंच जाती सवारी की जान सांसत में रहती है.

गंगा का जलस्तर
नाव पर क्षमता से अधिक सवारी

लोगों का आरोप
नाव की सवारी करने वालों की मानें तो तो इसके लिए सीधे प्रशासन जिम्मेदार है. उनका कहना है कि पीपापुल बंद हो जाने के बाद से खवासपुर पंचायत की बड़ी आबादी का एक मात्र सहारा नाव ही है. नाविक की मनमानी के कारण हमें भी मजबूरन जान जोखिम में डालकर नाव पर बैठना पड़ जाता है.

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प्रशासन का कार्रवाई का आश्वासन
यहां जो कुछ चल रहा है, ऐसा नहीं है कि उसकी खबर प्रशासन को नहीं है. इसके बावजूद इस ओर कोई गंभीरता नहीं दिखाई जा रही है. इस बारे में जब ईटीवी भारत संवाददाता ने बड़हरा के अंचलाधिकारी राम वचन राम से पूछा तो उन्होंने कार्रवाई का आश्वासन दिया. उन्होंने कहा कि जल्द ही स्थिति का जायजा लेकर उचित कार्रवाई की जाएगी

"हम लोग जल्द ही जांच करने के लिए महुली घाट जा रहे हैं, जरूर कार्रवाई की जाएगी. वैसे वहां पर धारा 144 लागू है. मजिस्ट्रेट की प्रतिनियुक्ति भी कर दी गई है"- राम वचन राम, अंचलाधिकारी, बड़हरा

अनहोनी की आशंका
जाहिर है, जिस तरह से क्षमता से अधिक सवारियों को नाव पर बिठाया जा रहा है. साथ में कई साइकिल, बाइक और भारी भरकम सामान भी ढोया जा रहा है, उससे कभी भी कोई अनहोनी हो सकती है. क्योंकि गंगा उफनाई हुई है, उसकी धारा भी काफी तेज रहती है.

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