भोजपुरः कई सरकारें आई और गई. लेकिन आरा रेलवे स्टेशन की दशा और दिशा नहीं बदली. बिहार के कई नेताओं ने भारत सरकार के रेलमंत्री के पद को सुशोभित किया. लेकिन उनकी भी नजर इस ओर नहीं पड़ी. आरा रेलवे स्टेशन सरकार के उन सारे दावों की धज्जियां उड़ाता नजर आ रहा है.
दरअसल आरा रेलवे स्टेशन परिसर पिछले कुछ महीने से बदबू और यूरिनल के गन्दे पानी से घिरा रहता है. यात्रियों के स्टेशन पर आने या स्टेशन से बाहर निकलते ही उनका सामना सबसे पहले इन्हीं बदबूदार यूरिनल पानी से होता है. इसके बावजूद रेलवे प्रशासन की ओर से कोई सुधार नही किया जा रहा है.
महिलाओं को होती है परेशानियां
स्टेशन पर मौजूद लोगों ने अपनी परेशानियों से अवगत कराते हुए बताया कि पुरुषों की अपेक्षा महिलाओं को यहां ज्यादा दिक्कतें होती हैं.उनका कहना है कि पटना के बाद राजस्व में आरा रेलवे स्टेशन दूसरे स्थान पर आता है. इसके बावजूद महिलाओं के लिए आरा रेलवे स्टेशन परिसर में शौचालय की सुविधा नहीं है.
शौचालय बंद रहता है
रेलवे परिसर में शौचालय की समस्या से जूझते लोगों और महिलाओं की समस्या को देखते हुए विभाग द्वारा एक शौचालय का निर्माण किया गया लेकिन आलम यह है कि उसमें हमेशा ताला लगा रहता हैं. इस मामले में फूड इंस्पेक्टर ने बताया कि शौचालय का निर्माण विकलांगो के लिए कराया गया और लोग उसे गन्दा न कर दें इसलिए उसे बंद रखा जाता है.