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सिपाही बनने के बाद भी निभाया प्यार, प्रेमिका से मंदिर में रचायी शादी, पुलिस वालों संग DSP बने बाराती

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Published : Sep 6, 2022, 7:15 PM IST

बिहिया पुलिस स्टेशन के सिपाही और उसकी प्रेमिका की शादी इलाके में चर्चा का केन्द्र बना हुआ है. इस शादी में बाराती और साराती दोनों की भूमिका में पुलिसकर्मी थे. दरअसल, लड़की के घरवाले इस शादी से राजी नहीं थे. ऐसे में बिहिया थानाध्यक्ष ने दोनों की शादी मंदिर में करा दी. पढ़ें पूरी खबर...

भोजपुर में सिपाही की उसकी प्रेमिका से शादी
भोजपुर में सिपाही की उसकी प्रेमिका से शादी

भोजपुर: बिहार के भोजपुर के बिहियां में सोमवार को पुलिस की मौजूदगी में एक सिपाही ने अपनी प्रेमिका से शादी रचाई, जो इलाके में चर्चा का विषय बना (Lovers Couple Marriage In Bhojpur) हुआ है. जगदीशपुर एसडीपीओ और बिहिया थानाध्यक्ष समेत तमाम थाना स्टाफ की मौजूदगी में हुई इस शादी का गवाह इलाके के लोग भी बने और वर-वधू को अपना आशीर्वाद दिया. बिहिया थाने के लगभग सभी कर्मियों की उपस्थिति में सादे तरीके से संपन्न हुई ये शादी बिना बैण्ड बाजा और शहनाई के हुई.

यह भी पढ़ें: 4 महीने बाद थी शादी.. दूल्हा नहीं कर पाया इंतजार.. दुल्हन के घर जाकर बोला- आज ही करूंगा

बाराती और साराती बने थाने के स्टाफ: इस शादी में जहां दुल्हा बना था बिहिया थाने का सिपाही रविन्द्र चौधरी (Constable Ravindra Choudhary Marriage) तो वहीं दुल्हन बनी थी उसकी प्रेमिका निशा कुमारी. इस दौरान बाराती और साराती की भूमिका थाने के स्टाफ ने निभायी. बिल्कुल सादे तरीके से हुए इस शादी समारोह में प्रेमी जोड़े ने मंत्रोच्चारण के बीच एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर और मां महथिन को साक्षी मानकर जीवन भर एकदूसरे का साथ निभाने की कसम खायी.

यह भी पढ़ें: बिहार के मोतिहारी में कुत्तों की शादी : सेहरा बांध कर पहुंचा 'कोल्हू', सजधज कर बैठी थी वसंती

दुल्हन पक्ष से कोई नहीं हुआ शामिल: शादी के बाद मौके पर पहुंचे जगदीशपुर एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन और थानाध्यक्ष भानू प्रताप सिंह समेत सभी थाना स्टाफ ने वर-वधू को अपना आशीर्वाद दिया. अपने आप में खास लोगों के बीच यह शादी पूरे दिन चर्चा का केन्द्र बनी रही. इस दौरान दुल्हे के माता-पिता तो शादी में नजर आये लेकिन दुल्हन पक्ष से कोई भी शादी में शामिल नहीं हुआ.

सिपाही बनने से पहले प्यार परवान चढ़ा: दरअसल, गया शहर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत नौरंगा गांव निवासी श्याम चौधरी का बेटा रविन्द्र चौधरी पिछले दो महीने से बिहिया थाना में सिपाही के पद पर पदस्थापित है. पढ़ाई के दौरान ही उसे अपने ही गांव के पड़ोस में रहने वाली निशा से प्यार हो गया. दोनों का प्यार मिलने-जुलने और फोन के जरिये परवान चढ़ता गया. दोनों ने शादी का फैसला कर लिया. ये बात जब निशा के घरवालों को पता चली तो समाज में बेइज्जती होने का हवाला देकर शादी के लिए राजी नहीं हुए.

बिहिया थानाध्यक्ष ने दी शादी की मंजूरी: दो-तीन दिन पूर्व प्रेमी सिपाही अपने गांव गया और दोनों घर से निकलकर बिहिया पहुंच गये.इस दौरान रविन्द्र चौधरी ने अपने माता-पिता को फोन पर अपने शादी करने के निर्णय से अवगत कराया. ऐसे में सिपाही के माता-पिता भी बिहिया पहुंच गये. वही मामले की जानकारी मिलने के बाद बिहिया थाने में भी हड़कंप मच गया. इस दौरान थानाध्यक्ष ने सारी बातों को जानने के बाद दोनों की शादी करा देना उचित समझा. थानाध्यक्ष ने अपनी मौजूदगी में बिहियां के मां महथिन मंदिर में प्रेमी जोड़े की शादी करा दी.

भोजपुर: बिहार के भोजपुर के बिहियां में सोमवार को पुलिस की मौजूदगी में एक सिपाही ने अपनी प्रेमिका से शादी रचाई, जो इलाके में चर्चा का विषय बना (Lovers Couple Marriage In Bhojpur) हुआ है. जगदीशपुर एसडीपीओ और बिहिया थानाध्यक्ष समेत तमाम थाना स्टाफ की मौजूदगी में हुई इस शादी का गवाह इलाके के लोग भी बने और वर-वधू को अपना आशीर्वाद दिया. बिहिया थाने के लगभग सभी कर्मियों की उपस्थिति में सादे तरीके से संपन्न हुई ये शादी बिना बैण्ड बाजा और शहनाई के हुई.

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बाराती और साराती बने थाने के स्टाफ: इस शादी में जहां दुल्हा बना था बिहिया थाने का सिपाही रविन्द्र चौधरी (Constable Ravindra Choudhary Marriage) तो वहीं दुल्हन बनी थी उसकी प्रेमिका निशा कुमारी. इस दौरान बाराती और साराती की भूमिका थाने के स्टाफ ने निभायी. बिल्कुल सादे तरीके से हुए इस शादी समारोह में प्रेमी जोड़े ने मंत्रोच्चारण के बीच एक-दूसरे को वरमाला पहनाकर और मां महथिन को साक्षी मानकर जीवन भर एकदूसरे का साथ निभाने की कसम खायी.

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दुल्हन पक्ष से कोई नहीं हुआ शामिल: शादी के बाद मौके पर पहुंचे जगदीशपुर एसडीपीओ श्याम किशोर रंजन और थानाध्यक्ष भानू प्रताप सिंह समेत सभी थाना स्टाफ ने वर-वधू को अपना आशीर्वाद दिया. अपने आप में खास लोगों के बीच यह शादी पूरे दिन चर्चा का केन्द्र बनी रही. इस दौरान दुल्हे के माता-पिता तो शादी में नजर आये लेकिन दुल्हन पक्ष से कोई भी शादी में शामिल नहीं हुआ.

सिपाही बनने से पहले प्यार परवान चढ़ा: दरअसल, गया शहर के मुफस्सिल थाना क्षेत्र अंतर्गत नौरंगा गांव निवासी श्याम चौधरी का बेटा रविन्द्र चौधरी पिछले दो महीने से बिहिया थाना में सिपाही के पद पर पदस्थापित है. पढ़ाई के दौरान ही उसे अपने ही गांव के पड़ोस में रहने वाली निशा से प्यार हो गया. दोनों का प्यार मिलने-जुलने और फोन के जरिये परवान चढ़ता गया. दोनों ने शादी का फैसला कर लिया. ये बात जब निशा के घरवालों को पता चली तो समाज में बेइज्जती होने का हवाला देकर शादी के लिए राजी नहीं हुए.

बिहिया थानाध्यक्ष ने दी शादी की मंजूरी: दो-तीन दिन पूर्व प्रेमी सिपाही अपने गांव गया और दोनों घर से निकलकर बिहिया पहुंच गये.इस दौरान रविन्द्र चौधरी ने अपने माता-पिता को फोन पर अपने शादी करने के निर्णय से अवगत कराया. ऐसे में सिपाही के माता-पिता भी बिहिया पहुंच गये. वही मामले की जानकारी मिलने के बाद बिहिया थाने में भी हड़कंप मच गया. इस दौरान थानाध्यक्ष ने सारी बातों को जानने के बाद दोनों की शादी करा देना उचित समझा. थानाध्यक्ष ने अपनी मौजूदगी में बिहियां के मां महथिन मंदिर में प्रेमी जोड़े की शादी करा दी.

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