भोजपुरः बालू के अवैध उत्खनन (Illegal Sand Mining) में संलिप्त रहने के प्रमाण पाये जाने के बाद आर्थिक अपराध इकाई की टीम (Economic Offenses Unit Raid in Bhojpur) ने बिहटा के पूर्व सीओ विजय कुमार सिंह के ठिकानों पर एक साथ छापेमारी की. राजधानी पटना से लेकर भोजपुर स्थित पैतृक आवास तक डीएसपी स्तर के अधिकारियों के नेतृत्व में यह छापेमारी की गई. आरा स्थित पैतृक आवास पर करीब 5 घंटे तक छापेमारी की. बालू के धंधे में एसपी समेत आधा दर्जन वरीय अफसरों पर गाज गिर चुकी है. अपराध इकाई ने बालू के धंधे में अवैध कारोबारियों से संबंध रखते हुए अवैध कमाई करने का एफआईआर किया था.
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बालू माफिया-अधिकारी सिंडिकेट की कलंक कथा भोजपुर में बढ़ती ही जा रही है. इस काले कारनामे में जिले के तत्कालीन एसपी, डीएसपी, एमवीआई, कोईलवर के सीओ, खनन विभाग के इंस्पेक्टर, कई थानों के दारोगा, बिहार पुलिस मेंस एसोसिएशन के अध्यक्ष समेत कई लोग दागी हो चुके हैं. बावजूद बालू का दाग अधिकारियों का पिंड नहीं छोड़ रहा है. इस कड़ी में आर्थिक अपराध इकाई अनाइठ मुहल्ले में सुबह 9:05 बजे सीओ पद पर रहे विजय कुमार सिंह के घर पर छापेमारी करने पहुंची. इसके बाद दोपहर 12 बजे तक 3 घंटे 45 मिनट मकान के सभी कमरों व दीवारों की बारी-बारी से तलाशी ली. परिजनों से पूछताछ करती रही. घर पर तलाशी लेने के क्रम में सभी सामानों की सूची बनाकर अपने साथ पटना लेती गई.
बालू में भ्रष्टाचार का यह मामला सीओ विजय कुमार पर उस समय से चल रहा है, जब वे पटना जिले के बिहटा अंचल में तत्कालीन सीओ थे. तब उन पर आर्थिक अपराध इकाई ने बालू के धंधे में अवैध कारोबारियों से संबंध रखते हुए अवैध कमाई करने का एफआईआर किया था. उसी समय से उन पर आर्थिक अपराध इकाई कार्रवाई कर रही है. शुक्रवार को हुई यह कार्रवाई उसी जांच का हिस्सा थी. सुबह जैसे ही आर्थिक अपराध इकाई के कई अधिकारी कई गाड़ियों में सीओ के पैतृक आवास पर पहुंचे, मोहल्लों के लोगों का हुजूम छापेमारी को देखने के लिए उमड़ पड़ा.
मौके पर आर्थिक अपराध इकाई के दस्ते को ना तत्कालीन सीओ मिले और ना उनके अन्य भाई. आर्थिक अपराध इकाई ने सीओ के भतीजे से आवश्यक पूछताछ की. इस दौरान वर्तमान और पूर्व वार्ड पार्षद को छापेमारी का आर्थिक अपराध इकाई ने गवाह बनाते हुए हस्ताक्षर कराया है. जानकारों ने बताया कि छापेमारी दस्ते को सीओ के आवास से कुछ विशेष सामान या कागजात हाथ नहीं लगे हैं. छापेमारी के दौरान आर्थिक अपराध इकाई के डीएसपी, इंस्पेक्टर, महिला दारोगा और नवादा थाने की पुलिस मौजूद थी. तत्कालीन सीओ विजय कुमार के पैतृक आवास पर छापेमारी के साथ पटना के आवास पर भी आर्थिक अपराध इकाई द्वारा छापेमारी की गई है.
आपके बताएं कि 3 घंटे 45 मिनट तक रेड कर इओयू ने साक्ष्य जुटाए. सुबह 9 बजकर 05 मिनट से दोपहर 12.50 बजे तक टीम ने घर के सभी कमरों को खंगाला. 27 जुलाई को बड़े पद व नाम वाले कई अधिकारी सस्पेंड किए गए थे. बालू के अवैध खनन और परिवहन में भ्रष्टाचार से जुड़े मामले में बिहार सरकार ने 27 जुलाई 2021 को भोजपुर के तत्कालीन एसपी राकेश कुमार दुबे को सस्पेंड किया था. इस दौरान आरा के एसडीपीओ पंकज कुमार, एमवीआई विनोद कुमार, कोईलवर के तत्कालीन सीओ, खनन विभाग के इंस्पेक्टर के अलावा कई थानाध्यक्ष पर कार्रवाई हुई थी. इन सभी दागियों के खिलाफ राज्य मुख्यालय से अभी भी कार्रवाई चल रही है.
भोजपुर जिले में आधा दर्जन से ज्यादा बड़े अफसरों पर बालू के भ्रष्टाचार में डूबे होने की कार्रवाई करने के बाद अब स्थानीय अवैध बालू कारोबारियों पर भी कार्रवाई शुरू हो गई है. विगत दिनों राज्य मुख्यालय से 100 बालू के अवैध कारोबारियों की पहचान करते हुए जिला मुख्यालय में सूची भेजी गई थी. उसी सूची के अनुसार प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई खनन विभाग के द्वारा विगत दिनों शुरू की गई थी. अब तक 25 से ज्यादा अवैध कारोबारियों पर प्राथमिकी दर्ज की जा चुकी है.
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