भोजपुर: जिले के आरा में अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ आदेश की प्रति जलाकर विरोध दर्ज कराया गया. बिहार राज्य अराजपत्रित कर्मचारी महासंघ के बैनर तले 50 वर्ष से अधिक उम्र के कर्मियों के कार्य दक्षता और क्षमता जांचने हेतु कमेटी गठित करने के बहाने कर्मियों को जबरन सेवानिवृत्ति कराने की साजिश के खिलाफ कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया.
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साथ ही संविदा कर्मियों के संबंध में अशोक चौधरी कमेटी के अनुशंसाओं के विपरीत पारित आदेश की प्रति को समाहरणालय के समक्ष जलाकर विरोध दर्ज किया गया. महासंघ के जिला मंत्री सुबह सिंह और जिला अध्यक्ष मनोज श्रीवास्तव के नेतृत्व में बड़ी संख्या में अराजपत्रित कर्मियों ने लंच समय के दौरान समाहरणालय के समक्ष जमा होकर नारेबाजी की.
कर्मचारियों का आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन
कर्मचारियों ने सरकार से इन आदेशों को तत्काल वापस लेने की मांग की और आक्रोश पूर्ण प्रदर्शन किया. मौके पर एक संक्षिप्त सभा भी आयोजित की गई. इस दौरान जिला मंत्री ने कहा कि ऐसे काले आदेश के जरिए सरकार कर्मियों के बीच डर का माहौल पैदा करना चाह रही है. नौकरी एवं ठेके के नाम पर युवाओं को डरा कर लोकतंत्र में विरोध की आवाज को दबाना चाहती है.