भोजपुर: जिला परिवहन कार्यालय की एक बड़ी लापरवाही सामने आयी है. जिसका खामियाजा आज एक ट्रक मालिक को भुगतना पड़ रहा है. डीटीओ कार्यालय के कर्मियों की गलती के कारण दूसरे ट्रक का फाइन किसी और ट्रक मालिक से वसूलने का दबाव दिया जा रहा है. परिवहन कार्यालय के कर्मियों की इस गलती को लेकर पीड़ित ट्रक मालिक ने डीएम और एसपी से भी आवेदन देकर इंसाफ की गुहार लगायी है. इसके बावजूद भी उसे डीटीओ कार्यालय द्वारा अभी तक ना ही इंसाफ मिला है और ना ही जुर्माने की राशी कम की गई.
"29 जनवरी के रात को सड़क किनारे गाड़ी लगा कर खाना बना रहे थे. तब ही कुछ अधिकारी आये और ट्रक को ओवरलोड बता कर चालान और लाइसेंस की मांग की. जो मैंने दिखाया और ये भी कहा कि ओवरलोड ट्रक है तो, जुर्माना किया जाये. जिसके बाद मेरे ट्रक को कोईलवर थाना की मदद से जब्त कर जमा कर लिया गया और अगले दिन 70 हजार 500 रुपये का चालान दिया गया. लेकिन चालान पर मेरे ट्रक का ना ही ट्रक का नम्बर लिखा हुआ था. जिसकी शिकायत परिवहन पदाधिकारी के पास की गई. लेकिन परिवहन पदाधिकारी ने मेरी एक नहीं सुनी और अपने कार्यालय से बाहर कर दिया. इसके बाद परिवहन कार्यालय के विकास नाम के कर्मचारी के द्वारा चालान को सुधारने के लिए 30 हजार रुपये की मांग की और मेरे द्वारा इसका विरोध करने पर कर्मचारी के द्वारा बदसूलकी की गयी और भगा दिया गया"
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"ऐसा हो सकता है कि गलती से दूसरे ट्रक का नम्बर चढ़ गया होगा. इसका सुधार हो जायेगा"- चितरंजन प्रसाद, परिवहन विभाग पदाधिकारी
वाहन चेकिंग अभियान
जब इस पूरे मामले को लेकर जिला परिवहन पदाधिकारी से जानने की कोशिश की गई तो, उन्होंने भी गलती होने की बात मानी है. बताया जा रहा है कि कोईलवर थाना इलाके में 29 जनवरी 2021 की रात जिला परिवहन विभाग ने बालू ओवरलोडिंग वाहन चेकिंग अभियान चलाया गया था. जहां बालू लदे ओवरलोडेड कई ट्रक को भी पकड़ा गया. इस बीच पकड़े गए ओवरलोड ट्रक के चालान की राशि दूसरे पीड़ित ट्रक पर दर्ज कर दिया गया और उससे अब जुर्माना वसूलने का दबाव भी दिया जा रहा है. अधिकारी नेअलग से पैसे मांगने के मामले में कहा कि ये बेबुनियाद बात है.