भोजपुर: डीजीपी गुप्तेश्वर पांडे ने इंडो-चाइना बॉर्डर पर हिंसा में शहीद जिले के लाल चंदन कुमार के परिजनों से फोन पर बात की. उन्होंने परिजनों का हालचाल लिया. साथ ही हर संभव मदद का भरोसा दिलाया. डीजीपी ने फोन पर शहीद चंदन कुमार के बड़े भाई से परिवार के बारे में जानकारी ली और कहा कि पूरे देश को उन पर गर्व है.
डीजीपी की ओर से शहीद चंदन कुमार के परिवार वालों के बारे में पूछने पर उनके बड़े भाई ने बताया कि वे चारों भाई सेना में हैं. चंदन सबसे छोटे थे. महज 22 साल की उम्र में उन्होंने देश की रक्षा के लिए सर्वोच्च बलिदान दिया.
चारों भाईयों पर है पूरे देश को गर्व- डीजीपी
पुलिस महानिदेशक गुप्तेश्वर पांडे ने जब चंदन की शादी के बारे में पूछा तो उनके बड़े भाई ने बताया कि अभी उनकी शादी नहीं हुई थी. 2 साल पहले ही उन्होंने आर्मी ज्वाइंन किया और उनकी पहली पोस्टिंग ही चाइना बॉर्डर पर मिली. परिजनों को ढ़ाढ़स बंधाते हुए डीजीपी ने कहा कि चंदन कुमार की शहादत पर पूरे देश को नाज है. उनके बलिदान को मैं सलाम करता हूं. उन्होंने ये भी कहा कि चारों भाईयों पर पूरे बिहार और देश को गर्व है.
बॉर्डर पर मिली थी चंदन को पहली पोस्टिंग
शहीद जवान चंदन कुमार मूलरूप से जिले के जगदीशपुर प्रखंड के कोरा ज्ञानपुरा गांव निवासी ह्रदानंद सिंह के चौथे और सबसे छोटे बेटे थे. देश के लिए बलिदान होने वाले चंदन की शादी इसी साल बीते मई में होने वाली थी, लेकिन लॉकडाउन की वजह से शादी को टाल दिया गया. बता दें कि 45 साल बाद भारत और चीन के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा पर हिंसक झड़प हुई. जिसमें 20 भारतीय जवान शहीद हुए. सूत्रों के अनुसार चीन के भी 35 सैनिक हताहत हुए.