भोजपुर: बिहार के शिक्षा मंत्री द्वारा रामचरितमानस (Controversial statement on Ramcharitmanas) पर दिए गए विवादित बयान को लेकर लेकर बीजेपी अब काफी आक्रामक रूप में नजर आ रही है. आज यानी 17 जनवरी को आरा सिविल कोर्ट में बीजेपी के जिला उपाध्यक्ष नागेंद्र कुमार उर्फ कौशल यादव के ने शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ परिवाद पत्र दाखिल कराया है. और न्यायालय से इस पर संज्ञान लेते हुए कानूनी कार्रवाई करने की गुहार लगाई है.
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आरा सिविल कोर्ट में चंद्रशेखर के खिलाफ परिवाद दायर : परिवाद दायर करने वाले बीजेपी नेता नगेंद्र कुमार उर्फ कौशल यादव ने कहा कि जिस तरह से शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के द्वारा रामचरितमानस जैसे पवित्र ग्रंथ को लेकर अमर्यादित टिप्पणी की गई है, इससे ना केवल करोड़ों हिन्दुओं की आस्था को ठेस पहुंचा है. बल्कि समाज के आदर्शवादी महापुरुष भगवान राम को भी एक सोची-समझी साजिश के तहत अपमानित करने की कोशिश की गई. जिसे बीजेपी और यहां की करोड़ों जनता माफ नहीं करेगी.
'आज इसी जन भावनाओं को ख्याल रखते हुए शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ आरा व्यवहार न्यायालय में मेरे द्वारा परिवाद पत्र दायर किया गया है. और मुझे विश्वास है कि न्यायालय इस पर संज्ञान लेते हुए ऐसे लोगों पर कानूनी कार्रवाई भी करेगी.' - नगेंद्र कुमार उर्फ कौशल यादव, परिवाद दायर करने वाले बीजेपी नेता
सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ : मिली जानकारी के अनुसार शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान को लेकर बीजेपी कार्यकर्ताओं ने शहर के स्थानीय रमना मंदिर में सामूहिक रूप से हनुमान चालीसा का पाठ कर सूबे के शिक्षा मंत्री को भगवान द्वारा सद्बुद्धि देने के लिए प्रार्थना की. इस दौरान बीजेपी जिला अध्यक्ष प्रेम रंजन चतुर्वेदी ने कहा कि- 'शिक्षा मंत्री के द्वारा रामचरितमानस पर दिए गए विवादित बयान से सनातन धर्म को काफी ठेस पहुंचा है. जिसको देखते हुए बीजेपी नेताओं के द्वारा माननीय न्यायालय में परिवाद पत्र दायर करा कर उन पर कानूनी कार्रवाई करने की गुहार माननीय न्यायालय से की गई है.'
शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर के खिलाफ कई मामले दर्ज : गौरतलब है कि कुछ दिन पहले शिक्षा मंत्री चंद्रशेखर ने रामचरितमानस पर विवादित बयान दिया था. उन्होंने कहा था कि रामचरित मानस समाज में नफरत फैलाने वाला ग्रंथ है. यह समाज में दलितों, पिछड़ों और महिलाओं को पढ़ने से रोकता है. इस बयान के बाद बिहार सहित पूरे देश में चंद्रेशेखर के खिलाफ प्रदर्शन हो रहे हैं. उनपर कई परिवाद भी दर्ज हो चुके हैं. रामचरितमानस पर विवादित बयान देने के बाद खासकर BJP की ओर से लगातार इसका विरोध जताया जा रहा है.