भोजपुर: जिले के पीरो स्थित बाहरी महादेव धाम में श्रीराम मंदिर निर्माण के लिए धन-संग्रह को लेकर कमिटी गठित की गई. इस दौरान 1992 में अयोध्या गए कार सेवा करने वाले राम भक्तों को अंग वस्त्र देकर सम्मानित किया गया. ये सभी कारसेवक बाबरी मस्जिद विध्वंस में शामिल हुए थे.
कारसेवक दिनेश कुमार सिंह ने बताया कि अयोध्या आन्दोलन के लिए हम सभी 2 दिसम्बर को ही घर निकल गए थे. बीच रास्ते में बहुत कठिनाई हुई. वहां पर कुशवाहा मठ में जा कर रुके. फिर 6 दिसम्बर को सौभाग्य और इतिहास का दिन हुआ. सुबह 10 बजे से ही कार्य शुरू हो गया. 5 घंटे में सभी ढांचा को ध्वस्त कर दिया गया. पहला उतरी ढांचा करीब 3 बजे और दक्षिणी ढांचा करीब 4 बजे और बीच वाला ढांचा करीब 5 बजे गिरा दिया गया था. वहीं, भूमी का समतलीकरण 8 बजे रात तक कर 6 फिट का मंदिर निर्माण और केशरिया से रामनुमा बना दिया गया था.
इन कारसेवकों को किया गया सम्मानित
बता दें कि 1992 में जिले से जाने वाले कारसेवकों में अकरुआं मठ के महंत रामदास, दुसाधी बाजार के दिनेश कुमार सिंह, पीरो के मनोज सुमन, धानपोखर के परशुराम राय, पीरो बस स्टैंड के रवि मिश्रा, रजेयां के अनिल राज, पिटरो के बृजेंद्र मिश्रा, बराढ(चरपोकरी) के बलिराम पांडे, तरारी के सुर्यदयाल राय कुसमी, जेठवार(तरारी) के गुप्तेश्वर तिवारी और बरौली(पीरो) के सत्यदेव सिंह सहित कई लोग शामिल थे. इन सभी को जिले में मंगलवार को सम्मानित किया गया.