भोजपुर: बिहार के भोजपुर जिले के वार्ड नंबर-28 के मोती टोला (Moti Tola In Bhojpur) में कई साल बीत जाने के बाद भी पार्क का निर्माण कार्य अधूरा (Park Construction Work Incomplete) ही रह गया है. वर्ष 2016-17 में ही छह महीने के अंदर पार्क बनाने की योजना थी. लेकिन पांच साल बीत जाने के बाद भी पार्क का निर्माण नहीं कराया गया. जिसके कारण पार्क ने अब धीरे-धीरे गटर का रूप धारण कर लिया है.
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मोती टोला में 75 लाख रुपये की राशि से पार्क का निर्माण होना था. इसके लिए नगर निगम ने टेंडर निकाला और संवेदक ने 2018 में कार्य शुरू कर दिया. संवेदक ने 25 लाख रुपये तक का कार्य तो पूरा कर दिया लेकिन इसके बाद रोक लगा दी गई. डेडलाइन क्रॉस हुए पांच साल बीत चुका है लेकिन अब तक पार्क का सिर्फ चारदीवारी और ग्रील लगाने का ही कार्य पूरा किया जा सका है.
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पार्क का निर्माण कार्य पूरा नहीं होने को लेकर नगर निगम के माध्यम से एजेंसी से स्पष्टीकरण भी मांगा गया था. जिसमें यह लिखा गया था कि समय पर पार्क का निर्माण क्यों नहीं कराया गया है. एजेंसी के माध्यम से पार्क निर्माण में सुस्ती दिखाई जा रही है. अब पार्क की यह स्थिति है कि चारों तरफ नाला और बारिश का गंदा पानी जम गया है. पार्क तालाब में तब्दील हो चुका है. जिससे आसपास के लोग गंदे पानी के दुर्गंध से परेशान हैं.
मोती टोला में 75 लाख की लागत से दो फेज में पार्क बनाना था. पहले फेज में 25 लाख की लागत से पार्क का चारदीवारी, मिट्टी भराई का काम पूरा किया गया. दूसरे फेज में पार्क में बच्चों के लिए झूला, लाइट समेत पौधा लगााया जाना था. लेकिन दूसरे फेज के लिए अब तक टेंडर नहीं दिया गया है. जिसकी वजह से पार्क अधूरा रह गया है.
इसे लेकर वार्ड पार्षद मुन्ना प्रसाद कुशवाहा कई बार लिखित शिकायत भी दर्ज करा चुके हैं. वार्ड पार्षद मुन्ना प्रसाद कुशवाहा ने कहा कि पार्क बनाने में वित्तीय अनियमितता की गई है. वहीं, स्थानीय सुरेन्द्र गोड का मकान पार्क के ठीक पास में है. उन्होंने कहा कि पांच साल पहले से ही देख रहे थे कि पार्क बन रहा है. जिससे सभी लोग बहुत खुश थे. लोगों को लग रहा था कि पार्क बनने से मोहल्ले में रौनक बढ़ जाएगा. लेकिन काफी समय बीत गया अब उम्मीद भी नहीं है कि पार्क बनेगा.
'यह प्रशासन की लापरवाही से हो रहा है. इसे लेकर कई बार लिखित रूप से नगर आयुक्त को सूचना दी गई. लेकिन कोई कार्रवाई नहीं की गई. नगर आयुक्त, ठेकेदार और संवेदक की मिली भगत से ये सब हो रहा है. इस पार्क में मिट्टी भी कम भरा गया है. इन सभी समस्याओं को लेकर कई बार बोला जा चुका है लेकिन कोई नहीं सुनता है.' -मुन्ना प्रसाद कुशवाहा, वार्ड पार्षद
बता दें कि पिछले आठ माह से कई नगर आयुक्त बदले गए लेकिन किसी भी पदाधिकारी का ध्यान पार्क की ओर नहीं गया. नगर आयुक्त धीरेंद्र पासवान बीमार होने के वजह से लंबी छुट्टी पर हैं. इसके बाद नगर निगम का चार्ज एसडीएम वैभव श्रीवास्तव को दिया गया. वर्तमान समय में भोजपुर के डीडीसी नगर आयुक्त के चार्ज में है लेकिन पदाधिकारी का ध्यान पार्क की ओर नहीं जा रहा है.
'मुझे 25 लाख रुपये का काम कराने को दिया गया था. जिसमें मिट्टी भराना और चारदीवारी और तीसरा फुटपाथ बनाना था. जिसमें मिट्टी और चारदीवारी का काम पूरा कर दिया है. मेरा एक काम फुटपाथ बनाने का बचा है. बारिश के कारण कार्य रूका हुआ है. पानी सूखते ही कार्य पूरा करा दिया जाएगा.' -प्रशांत सिंह, संवेदक