भोजपुर: बिहार के भोजपुर (Bhojpur) जिले के आयर थाना पुलिस को भनक तक नहीं लगी और भ्रष्टाचार के मामले में फरार चल रही मुखिया मंजू देवी प्रखंड विकास पदाधिकारी सह निर्वाचन अधिकारी के सामने नॉमिनेशन (Nomination For Panchayat Election) कर चलती बनीं. प्रशासन मूक दर्शक बनकर देखता रहा और आरोपी मुखिया का नॉमिनेशन फाइल हो गया.
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मंजू देवी ने 26 अक्टूबर को गड़हनी प्रखंड के इचरी पंचायत के मुखिया पद के लिए प्रखंड कार्यालय पहुंचकर नामांकन करा लिया. बाद में उनका नॉमिनेशन भी स्वीकार कर लिया गया. अब क्षेत्र में प्रचार कर रही हैं, लेकिन पुलिस को इसकी भनक तक नहीं लगी. पुलिस को चुनाव प्रचार की जानकारी मिली तो मुखिया प्रत्याशी की सरगर्मी से खोज शुरू की गई. पुलिस ने छापेमारी भी की, लेकिन सफलता नहीं मिली.
तत्कालीन प्रखंड विकास पदाधिकारी तेज बहादुर सुमन द्वारा किए गए जांच में चौदहवीं और पंचम वित्त आयोग की राशि से किये गए कार्य में घोर अनियमितता पाई गई थी. इस मामले में कई अधिकारी और मुखिया मंजू देवी के खिलाफ 14 जुलाई 2021 को जिला अधिकारी रौशन कुशवाहा के आदेश पर बीडीओ ने आयर थाना में केस दर्ज करवाया था. इसके बाद से ही मुखिया मंजू देवी फरार चल रही हैं.
आयर थाना प्रभारी प्रदीप कुमार भास्कर ने कहा कि इस मामले में जांच की जा रही है. जांच प्रक्रिया पूरी होने के बाद गिरफ्तारी संभव हो सकेगी. वर्तमान में मंजू देवी को गिरफ्तार नहीं करने के पीछे जांच की अधूरी प्रक्रिया है.
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