भागलपुर: जवाहरलाल नेहरू मेडिकल कॉलेज अस्पताल के अधीक्षक डॉ अशोक भगत के ऊपर गंभीर आरोप लगाने का मामला सामने आया है. बबरगंज इलाके की रहने वाली फुल कुमारी देवी ने इलाज के दौरान बेटा कृष्णकांत कुमार के साथ मारपीट करने और नशे की सुई देने का आरोप लगाया है.
मरीज के साथ मारपीट करने का आरोप
पीड़ित महिला फुल कुमारी देवी ने बताया कि बेटे का इलाज के दौरान मारपीट किया गया है. महिला ने कहा कि डॉक्टर ने जबरदस्ती बेटे को एक सुई लगा दिया, जिस कारण वह उठ नहीं पा रहा है. सुई देने के बाद से बेटा नशे की हालत में हो गया है. इस दौरान डॉक्टर और उसके सहयोगी ने महिला के साथ भी मारपीट किया. इसके साथ ही महिला को सुई देने का प्रयास किया गया, लेकिन महिला किसी तरह जान बचाकर वहां से भाग गई.
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डॉक्टर ने नर्स से सुई देने की कही थी बात
अस्पताल अधीक्षक डॉ अशोक भगत ने मारपीट के आरोप को बेबुनियाद बताते हुए कहा कि महिला अपने बेटे को लेकर निजी क्लीनिक पर आई थी. उस समय वे क्लीनिक में डॉक्टर उपस्थित नहीं थे. वहां मौजूद नर्स और सहयोगियों ने डॉ अशोक भगत को फोन पर मरीज के बारे में पूछा था. इस दौरान डॉक्टर ने फोन पर ही मरीज को सुई देने के लिए कहा था. इस मामले को लेकर डॉक्टर का कहना है कि मरीज और महिला को साथ कोई मारपीट नहीं किया गया है. अधीक्षक ने कहा कि दोनों मां और बेटे मानसिक रोग से पीड़ित लग रहे थे.
जिलाधिकारी को दिया आवेदन
इस घटना के बाद पीड़ित महिला जिलाधिकारी प्रणव कुमार से मिलने उनके कार्यालय गई. वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने महिला को वरीय पुलिस अधीक्षक के पास भेज दिया. इसके बाद महिला वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती से मिलने उनके कार्यालय पहुंची, जहां पुलिस अधीक्षक भी कार्यालय में मौजूद नहीं थे. वहीं महिला ने इस मामले को लेकर एक आवेदन जिलाधिकारी कार्यालय में भी जमा करायी है.