भागलपुर: जिले में ट्रक ओनर एसोसिएशन के बैनर तले 13 जिला के ट्रक मालिक ने बिहार सरकार के काले कानून के खिलाफ चक्काजाम आंदोलन का मंगलवार को चौथे दिन था. जिला प्रशासन के आग्रह पर हड़ताल समाप्त किया. चौथे दिन जिला प्रशासन के बुलावे पर ट्रक ओनर एसोसिएशन के प्रतिनिधि जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन से मिलकर अपनी मांगों का मांग पत्र सौंपा.
जिलाधिकारी से मिले आश्वासन के बाद आंदोलन को समाप्त किया. चक्का जाम आंदोलन के कारण जिले के पीरपैंती से लेकर नवगछिया के नारायणपुर, कुर्सेला और बांका तक ट्रकों की लंबी लाइन लग गई. करीब 10 हजार ट्रक सड़क किनारे खड़ी रहने के कारण यातायात व्यवस्था पूरी तरह से ध्वस्त हो गई. जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था. जिसको देखते हुए जिलाधिकारी ने ट्रक ओनर एसोसिएशन को मांगों का मांग पत्र लेकर मिलने के लिए बुलाया था.
मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा
'13 जिला के ट्रक ओनर एसोसिएशन द्वारा बिहार सरकार काले कानून के खिलाफ जिले में चक्का जाम धरना प्रदर्शन किया जा रहा था. जिससे 40 से 50 किलोमीटर तक ट्रकों की लंबी लाइन लग गई थी. जिस कारण जनजीवन अस्त व्यस्त हो गया था, उसको देखते हुए जिला प्रशासन ने हम लोगों को मिलने के लिए बुलाया था. मिलने के दौरान हम लोगों ने अपनी मांगों का मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा है. जिलाधिकारी ने आश्वासन दिया है कि उनकी मांगों को सरकार तक पहुंचाएगा और उचित कार्रवाई की जाएगी. वहीं, यदि हमारी मांगे नहीं मानी जाती है तो आने वाले दिनों में विक्रमशिला सेतु पुल पर से धरना प्रदर्शन शुरू किया जाएगा.'- दीपक कुमार सिंह, जिला अध्यक्ष, ट्रक ओनर एसोसिएशन
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बता दें कि सड़क किनारे ट्रकों के खड़ा रहने से सड़क वनवे हो गया था. इस कारण वाहनों की आवाजाही लगभग थम गई. एनएच80, एनएच 33 सहित अन्य मुख्य सड़कों पर रहकर चौबीसों घंटे गाड़ियां जाम में फंस रही थी. जिला प्रशासन के द्वारा सड़क को वंदे बनाने और जाम हटाने का प्रयास लगातार जारी रहा. एसोसिएशन से जुड़े ट्रक मालिक बीते शुक्रवार रात से ही भागलपुर और नवगछिया में सड़क किनारे ट्रक खडी कर धरने पर बैठ गए थे.