भागलपुरः जिले के समाहरणालय परिसर में वित्त रहित अनुदानित शिक्षकों ने अपनी मांगों को लेकर एक दिवसीय धरना प्रदर्शन किया. इस दौरान अपने मांगों के पक्ष में बिहार सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की. साथ ही यह मांग किया कि समान काम समान वेतन लागू हो. धरना प्रदर्शन के बाद शिक्षकों ने अपने मांगों का मांग पत्र जिलाधिकारी को सौंपा.
इस धरना प्रदर्शन में वित्त रहित अनुदानित माध्यमिक, उच्च माध्यमिक महासंघ के अध्यक्ष प्रदीप कुमार, वरुण कुमार तांती सहित दर्जनों की संख्या में शिक्षक शामिल हुए.
क्या है शिक्षकों की मांगें-
- शिक्षकों की मांग है कि अनुदान के बदले वेतनमान मिले.
- माध्यमिक और उच्च माध्यमिक इंटर महाविद्यालय और डिग्री शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारी की उम्र 60 वर्ष से बढ़ाकर 65 की जाए.
- बकाया अनुदान एक मुश्त भुगतान किया जाए और समान काम के लिए समान वेतन दिया जाए.
वित्त रहित अनुदानित शिक्षक कर रहे प्रदर्शन
महासंघ के अध्यक्ष डॉ. प्रदीप कुमार सिंह ने कहा कि वर्तमान सरकार वित्त रहित अनुदानित शिक्षक और शिक्षकेत्तर कर्मचारियों के साथ छलावा कर रही है. सरकार 38 से 40 वर्षों के शिक्षकों को बरगला कर काम ले रही है. उन्होंने कहा कि एक तरफ बिहार सरकार साइकिल और पोशाक राशि बांट रही है. लेकिन दूसरी तरफ शिक्षक भूखे हैं. उन्होंने कहा कि वेतन को लेकर सरकार लगातार बहानेबाजी कर रही है.
राज्यभर में अनुदानित शिक्षकों ने दिया धरना
इस दौरान धरना में शिक्षकों ने समान काम समान वेतन लेकर रहेंगे. अनुदान के बदले वेतनमान लेकर रहेंगे. जब तक शिक्षक भूखा है, ज्ञान का सागर सूखा है. जैसे नारे लगा रहे थे. वहीं, शुक्रवार को राज्यभर में अनुदानित शिक्षकों ने धरना प्रदर्शन किया.