भागलपुर: बिहार के भागलपुर में तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय (Students of TilakManjhi University) स्नातकोत्तर (सत्र 2019-21) सेमेस्टर-3 का कल परीक्षा परिणाम आया था. जिसमें लगभग डिपार्टमेंट के 70℅ से अधिक छात्रों को प्रमोट कर दिया गया. इसको लेकर आज अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद (Akhil Bharatiya Vidyarthi Parishad) कार्यकर्ताओं के साथ गणित संकाय व इतिहास संकाय के छात्र जब विश्वविद्यालय पहुंचे तो कुलपति समेत सभी पदाधिकारी अनुपस्थित थे.
ABVP का प्रदर्शन : छात्रों ने जब असिस्टेंट परीक्षा नियंत्रक से मिलकर छात्र हितों की समस्या को रखी तो उन्होंने कहा की छात्रों की सभी समंस्याओं का समाधान किया जाएगा. विभाग सह सयोजक कुणाल पाण्डेय व जिला सयोजक रोहित राज ने कहा कि- 'विश्वविद्यालय द्वारा परीक्षा की उत्तर पुस्तिका को भागलपुर से कोसों दूर जमुई भेजकर कॉपी का जांच कराया गया. लेकिन जिस तरह से परीक्षा परिणाम को देखा जा रहा है तो वहां लगता है, कॉपी का बंदरबांट किया गया.'
'कॉपी का बंदरबांट किया गया' : छात्रों का कहना है कि बड़े पैमाने पर धन उगाही के लिए ऐसे कारनामा विश्वविद्यालय द्वारा किया जाता है. परीक्षा में प्रमोट कर देना उसके बाद फिर परीक्षा लेना यानी पैसे की उगाही विश्वविद्यालय द्वारा करने की मंशा बनाई गई है. एक तो छात्रों की सत्र 2 साल से अधिक लेट चल रहा है. फिर भी ऐसा कारनामा विश्वविद्यालय करके छात्रों की भविष्य बर्बाद करने की साजिश रची जा रही है.
'विश्वविद्यालय द्वारा जारी परीक्षा परिणाम को देखेंगे तो ऐसा लग रहा है कि एवरेज मार्किंग कर सिर्फ कॉपी जांच के नाम पर खानापूर्ति की गई है. विद्यार्थी परिषद विश्वविद्यालय से मांग करती है कि जल्द उनकी कॉपी का पुनः मूल्यांकन किया जाए. अन्यथा बड़े पैमाने पर आंदोलन किया जाएगा.' - छात्र, TMBU