भागलपुरः गुरुवार दोपहर तिलकामांझी विश्वविद्यालय के कृषि आर्थिक अनुसंधान केंद्र में हाई वोल्टेज ड्रामा देखने को मिला. जब रूरल इकोनॉमिक्स का छात्र धर्मेंद्र कुमार यूनिवर्सिटी के कुलपति विभाष चंद्र झा की गाड़ी के सामने धरने पर बैठ गया. करीब 10 मिनट तक कुलपति अपनी गाड़ी में बैठे रहे और यह ड्रामा चलता रहा. छात्र अपने साथ मारपीट के बाद इंसाफ की मांग रहा था.
छात्र को नहीं भरने दिया गया फार्म
दरअसल, छात्र धर्मेंद्र कुमार परीक्षा फॉर्म भरने के लिए विभाग आया था. जहां रूरल इकोनॉमिक्स विभाग के विभागाध्यक्ष राम प्रकाश सिंह ने उसे उपस्थिति कम होने के कारण फॉर्म भरने से मना कर दिया. वहीं, छात्र का कहना था कि उनका उपस्थिति पर्याप्त है उन से कम वाले का भी फॉर्म भरा गया तो मेरा क्यों नहीं भरा जाएगा.
विभागाध्यक्ष ने की छात्र की पिटाई
इस पर विभागाध्यक्ष और छात्र के बीच तू-तू मैं-मैं होने लगी. इस बात से उत्तेजित होकर विभागाध्यक्ष रामप्रकाश सिंह ने छात्र को पीटना शुरू कर दिया. पीटते हुए कमरे से बाहर कर दिया. जिसको लेकर छात्र मीटिंग में शामिल होने आए कुलपति से मिलने के लिए मीटिंग हॉल में पहुंच गए. कुलपति के आश्वासन के बाद छात्र बाहर निकले.
कुलपति ने नहीं सुनी छात्र की बात
मीटिंग के बाद कुलपति जब जाने लगे तो पीड़ित छात्र कुलपति को रोककर अपनी समस्या सुनाना चाहता था. कुलपति ने सुनने से इनकार कर दिया. जिस पर छात्र इंसाफ की मांग को लेकर कुलपति के गाड़ी के सामने धरने पर बैठ गया. काफी समझाने के बाद छात्र गाड़ी के सामने से हटा.
विभागाध्यक्ष ने कुछ भी कहने से किया इंकार
इस मामले को लेकर कुलपति से बातचीत की गई तो कुलपति बातचीत करने से बचते रहे. उन्होंने कुछ भी कहने से इनकार करते हुए अपने गाड़ी आगे बढ़ा दी. वहीं, विभागाध्यक्ष राम प्रकाश सिंह ने भी कुछ भी कहने से इनकार कर दिया. छात्र धर्मेंद्र कुमार ने बताया कि आज फॉर्म भरने का अंतिम दिन था. उसने कहा कि मेरा उपस्थिति 117 था. लेकिन विभागाध्यक्ष रामप्रकाश सिंह ने उन्हें फॉर्म भरने से मना कर दिया. छात्र का कहना था कि जब उनसे कम उपस्थिति वाले छात्र का फॉर्म भरा गया तो मेरा क्यों नहीं भरा जाएगा.