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भागलपुर: कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत SSP की नि:शुल्क पाठशाला, DGP ने भी की तारीफ

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Published : Feb 20, 2020, 8:51 AM IST

भागलपुर एसएसपी आशीष भारती अब तक दर्जनों अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज चुके हैं. वहीं, अब उनके नेतृत्व में सामाजिक पहल भी शुरू की गी है. जिसका नाम कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत 'पुलिस नि:शुल्क पाठशाला' दिया गया है. जिसमें सैकड़ों छात्र-छात्राएं अपना नामांकन कर सफलता की तरफ अग्रसर हो रहे हैं.

SSP की नि:शुल्क पाठशाला
SSP की नि:शुल्क पाठशाला

भागलपुर: जहां एक तरफ पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठते रहते हैं. वहीं, दूसरी तरफ भागलपुर के एसएसपी आशीष भारती ने बेहतरीन पुलिसिंग की मिसाल पेश की है. एसएसपी आशीष भारती की कार्यशैली को डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भी बेहतर मानते हैं. एसएसपी के जरिए शुरू किए गए रोको-टोको अभियान को मॉडल मिशन के तहत पूरे प्रदेश में लागू करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.

एसएसपी अब तक दर्जनों अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज चुके हैं. वहीं, अब उनके नेतृत्व में सामाजिक पहल भी शुरू की गई है. जिसका नाम कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत 'पुलिस नि:शुल्क पाठशाला' दिया गया है. जिसमें सैकड़ों छात्र-छात्राएं अपना नामांकन कर सफलता की तरफ अग्रसर हो रहे हैं.

bhagalpur
आशीष भारती, एसएसपी

43 बिहार दरोगा और 3 एसडीएम के रूप में चयनित
इस नि:शुल्क पुलिस पाठशाला में एसएसपी के नेतृत्व में एक्सपर्ट टीम प्रतियोगिता परीक्षाओं की मुख्य बातों को विद्यार्थियों को बताते हैं. जिसका अनुसरण कर कई विद्यार्थी अपने मुकाम को हासिल कर चुके हैं. पिछले साल बिहार दरोगा में कुल 43 अभ्यर्थी सफल हुए थे, जो अभी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. कुछ दिनों बाद जब बीपीएससी की परीक्षा शुरू हुई, उसमें तीन छात्र सफल होकर एसडीएम के तौर पर चयनित किए गए.

देखें पूरी रिपोर्ट

'बिहार दरोगा परीक्षा में 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों के सफल होने की उम्मीद'
एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि दिल्ली जैसे जगहों पर पढ़ने वाले छात्र भी बिहार के होते हैं. जो वहां किताब की दुकान चलाते हैं, वो भी बिहार के रहते हैं. लेकिन जो वातावरण प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों को मिलना चाहिए. वह वातावरण बिहार में आमतौर पर नहीं मिल पाता है, तो हमारे तरफ से एक एक्सपर्ट टीम बनाया गई है. जिस टीम में मैं खुद भी शामिल हूं और विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षा में हर विषय में विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है. ताकि ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी मेंस की परीक्षा में सफल होकर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके. एसएसपी ने कहा कि हाल के दिनों में बिहार दरोगा का रिजल्ट जारी किया गया था, जिसमें कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत पढ़ रहे नि:शुल्क पाठशाला से 254 विद्यार्थियों ने बिहार दरोगा की पीटी परीक्षा में सफलता हासिल की है. इस सफलता को देखते हुए उम्मीद है की 100 से ज्यादा अभ्यर्थी बिहार दरोगा की फाइनल परीक्षा में पास होंगे.

'बीपीएससी और अन्य प्रतियोगिता परीक्षा के भी करवाई जाएगी तैयारी'
एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि साधारण तौर पर बीपीएससी बिहार दरोगा जैसे परीक्षाओं के लिए भारी संख्या में अभ्यर्थी अपना नामांकन करवा कर तैयारी करते हैं. लेकिन दूसरे प्रतियोगिता परीक्षा के भी बच्चे अगर ज्यादा संख्या में आते हैं, तो उनके लिए भी पुलिस नि:शुल्क पाठशाला चलाई जाएगी. हमारा उद्देश्य है कि यहां के बच्चे में काफी टैलेंटेड है. उसे बस मार्गदर्शन देने की जरूरत है. एसएसपी ने कहा कि जब मुंगेर में पदस्थापित था तभी से कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत नि:शुल्क पुलिस पाठशाला का आयोजन कर रहा हूं. भागलपुर के पूर्व एसएसपी के जरिए इसे शुरू किया गया था जिसे काफी बेहतर तरीके से चलाया जा रहा है और समाज के युवाओं को बेहतर अवसर और सफलताओं के लिए मार्गदर्शन किया जा रहा है.

भागलपुर: जहां एक तरफ पुलिस की कार्यशैली पर लगातार सवाल उठते रहते हैं. वहीं, दूसरी तरफ भागलपुर के एसएसपी आशीष भारती ने बेहतरीन पुलिसिंग की मिसाल पेश की है. एसएसपी आशीष भारती की कार्यशैली को डीजीपी गुप्तेश्वर पांडेय भी बेहतर मानते हैं. एसएसपी के जरिए शुरू किए गए रोको-टोको अभियान को मॉडल मिशन के तहत पूरे प्रदेश में लागू करने के आदेश जारी कर दिए गए हैं.

एसएसपी अब तक दर्जनों अपराधियों को सलाखों के पीछे भेज चुके हैं. वहीं, अब उनके नेतृत्व में सामाजिक पहल भी शुरू की गई है. जिसका नाम कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत 'पुलिस नि:शुल्क पाठशाला' दिया गया है. जिसमें सैकड़ों छात्र-छात्राएं अपना नामांकन कर सफलता की तरफ अग्रसर हो रहे हैं.

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आशीष भारती, एसएसपी

43 बिहार दरोगा और 3 एसडीएम के रूप में चयनित
इस नि:शुल्क पुलिस पाठशाला में एसएसपी के नेतृत्व में एक्सपर्ट टीम प्रतियोगिता परीक्षाओं की मुख्य बातों को विद्यार्थियों को बताते हैं. जिसका अनुसरण कर कई विद्यार्थी अपने मुकाम को हासिल कर चुके हैं. पिछले साल बिहार दरोगा में कुल 43 अभ्यर्थी सफल हुए थे, जो अभी प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं. कुछ दिनों बाद जब बीपीएससी की परीक्षा शुरू हुई, उसमें तीन छात्र सफल होकर एसडीएम के तौर पर चयनित किए गए.

देखें पूरी रिपोर्ट

'बिहार दरोगा परीक्षा में 100 से ज्यादा अभ्यर्थियों के सफल होने की उम्मीद'
एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि दिल्ली जैसे जगहों पर पढ़ने वाले छात्र भी बिहार के होते हैं. जो वहां किताब की दुकान चलाते हैं, वो भी बिहार के रहते हैं. लेकिन जो वातावरण प्रतियोगिता परीक्षाओं के लिए विद्यार्थियों को मिलना चाहिए. वह वातावरण बिहार में आमतौर पर नहीं मिल पाता है, तो हमारे तरफ से एक एक्सपर्ट टीम बनाया गई है. जिस टीम में मैं खुद भी शामिल हूं और विद्यार्थियों को प्रतियोगिता परीक्षा में हर विषय में विस्तृत रूप से जानकारी उपलब्ध कराई जा रही है. ताकि ज्यादा से ज्यादा विद्यार्थी मेंस की परीक्षा में सफल होकर अपने लक्ष्य को प्राप्त कर सके. एसएसपी ने कहा कि हाल के दिनों में बिहार दरोगा का रिजल्ट जारी किया गया था, जिसमें कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत पढ़ रहे नि:शुल्क पाठशाला से 254 विद्यार्थियों ने बिहार दरोगा की पीटी परीक्षा में सफलता हासिल की है. इस सफलता को देखते हुए उम्मीद है की 100 से ज्यादा अभ्यर्थी बिहार दरोगा की फाइनल परीक्षा में पास होंगे.

'बीपीएससी और अन्य प्रतियोगिता परीक्षा के भी करवाई जाएगी तैयारी'
एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि साधारण तौर पर बीपीएससी बिहार दरोगा जैसे परीक्षाओं के लिए भारी संख्या में अभ्यर्थी अपना नामांकन करवा कर तैयारी करते हैं. लेकिन दूसरे प्रतियोगिता परीक्षा के भी बच्चे अगर ज्यादा संख्या में आते हैं, तो उनके लिए भी पुलिस नि:शुल्क पाठशाला चलाई जाएगी. हमारा उद्देश्य है कि यहां के बच्चे में काफी टैलेंटेड है. उसे बस मार्गदर्शन देने की जरूरत है. एसएसपी ने कहा कि जब मुंगेर में पदस्थापित था तभी से कम्युनिटी पुलिसिंग के तहत नि:शुल्क पुलिस पाठशाला का आयोजन कर रहा हूं. भागलपुर के पूर्व एसएसपी के जरिए इसे शुरू किया गया था जिसे काफी बेहतर तरीके से चलाया जा रहा है और समाज के युवाओं को बेहतर अवसर और सफलताओं के लिए मार्गदर्शन किया जा रहा है.

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