भागलपुर: बिहार में पंचायत चुनाव (Bihar Panchayat Election 2021) को लेकर द्वितीय चरण का मतदान हो रहा है. भागलपुर जिले के जगदीशपुर प्रखंड में वोटिंग के दौरान प्रशासनिक व्यवस्था का जायजा लेने जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन (DM Subrata Kumar Sen) और एसएसपी नताशा गुड़िया (SSP Nitasha Gudiya) समेत अन्य प्रशासनिक पदाधिकारी पहुंचे. इस दौरान जिलाधिकारी सुब्रत कुमार सेन ने बताया कि मतदान शांतिपूर्ण तरीके से चल रहा है.
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जिले में जगदीशपुर प्रखंड के 14 पंचायतों के 208 मतदान केंद्रों पर मतदान जारी है. जहां कुल 1,17,022 मतदाता मतदान करेंगे. वहीं, 10 मतदान केन्द्रों पर ईवीएम में गड़बड़ी की शिकायत मिलने पर मतादाता थोड़े परेशान भी देखे गए. हालांकि कुछ केंद्रों पर ईवीएम बदलकर पुन: मतदान की प्रक्रिया शुरू कर दी गई.
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भागलपुर में चुनाव को निष्पक्ष और शांतिपूर्ण वातावरण में सुनिश्चित कराने को लेकर पहले से ही तैयारियां चल रही थी. सूचनाओं के सम्प्रेषण एवं प्राप्त सूचना के आधार पर त्वरित कारवाई के लिए जिला नियंत्रण कक्ष से कार्य किया जा रहा है. प्रतेयक चरण में मतदान तिथि के दो दिन पूर्व से लेकर एक दिन बाद तक समाहरणालय स्थित जिला ग्रामीण विकास अभिकरण सभागार में कार्यरत रहेगा.
जिला नियंत्रण कक्ष तीन पालियों सुबह 6 बजे पूर्वाह्न से 2 बजे अपराह्न तक, 2 बजे अपराह्न से 9 बजे अपराह्न तक और मतदान तिथि के तृतीय पाली में 9 बजे अपराह्न से 6 बजे पूर्वाह्न तक कार्यशील रहेगा. जिला नियंत्रण कक्ष का दूरभाष संख्या सभी प्रखंडो के लिए हंटिंग लाइन सहित जारी किया गया है. जो निम्न है-
- 0641-2401114,0641-2401124
- 0641-2401125,0641-2401126
- 0641-2401128,0641-2401129
- 0641-2401115
आपको बता दें कि आज जिउतिया पर्व होने के बावजूद भी महिलाएं मतदान केंद्र पर कतारों में खड़ी होकर मतदान कर रही हैं. जिससे लोकतंत्र की खूबसूरती पंचायत निर्वाचन में भी देखने को मिल रहा है. मतदान केंद्र पर टीकाकरण की भी व्यवस्था कराई गई है. यह व्यवस्था प्रशासन के माध्यम से कराई गई है. जहां लोगों को जागरूक कर वैक्सीनेशन के लिए तैयार किया जा रहा है.
बता दें कि बैजानी पंचायत के मतदान केंद्र पर अभी तक एक भी वैक्सीनेशन नहीं हो पाया है. बातचीत के क्रम में मतदाताओं का कहना है कि गांव के विकास के लिए वह मतदान करने के लिए मतदान केंद्र पर पहुंची है.
जब देश आजाद हुआ और संविधान बना, तो उसमें गांधीजी के ग्राम स्वराज का कोई स्थान नहीं था. सन् 1984 में पंचायत चुनाव को लाया गया. कहीं कोई सिस्टम बचा ही नहीं है. आज के दिन में कोई चुनाव इसलिए नहीं लड़ रहा है कि कोई मुखिया बनकर विकास करेगा. चुनाव सारे ठेकेदार लड़ रहे हैं. उन्हें केवल धन का लोभ है. अब पहले जैसे सोच के लोग नहीं है. मैं इसलिए वोट करने आया हूं कि अपने नैतिक दायित्वों का पूरा कर संकू. साथ ही जो भी अच्छे लोग हैं, वे कुछ समाज के लिए अच्छा कर सकें. -डॉ मनोज, मतदाता
'मतदान केंद्र पर शांतिपूर्ण तरीके से मतदान चल रहा है. सुबह से ही मतदाता मतदान करने पहुंचे हुए हैं. अभी तक ऐसी कोई समस्या नहीं आयी है. जहां भी ईवीएम में खराबी आई है या तो उसे बनवा दिया गया या तो उसे बदलवा दिया गया है.' -सुब्रत कुमार सेन, जिलाधिकारी