भागलपुर (नवगछिया): देश में दहेज लेने वालों के लिए सख्त कानून है. दहेज लेना वैसे तो कानूनन जुर्म (Dowry Legal Offense) है. लेकिन अभी तक लेन-देन की यह परंपरा शिक्षित और संभ्रांत वर्ग में भी सामान्य रूप से चल रही है. इसका चलन अभी भी पूरी तरह से खत्म नहीं हुआ है. प्रताड़ित करने और हत्या कर देने के मामले अक्सर आते रहते हैं. ताजा मामला भागलपुर के रंगरा थाना अंतर्गत कुमादपुर का है. जहां पुलिस ने एक निजी स्कूल के संस्थापक अभिषेक कुमार एवं उसके पिता को दहेज उत्पीड़न के मामले में गिरफ्तार किया है.
ये भी पढ़ें- दहेज लोभी पति ने पत्नी और 6 महीने के बच्चे को उतारा मौत के घाट, गला रेतकर की हत्या
बता दें कि स्कूल के संस्थापक अभिषेक कुमार की पत्नी ने मुफस्सिल थाने में अपने पति समेत ससुराल वालों पर दहेज के लिए प्रताड़ित करने का मुकदमा दर्ज करवाया था. इस मामले में मुफस्सिल थाने की पुलिस ने आरोपी शिक्षक पति अभिषेक कुमार एवं उसके पिता लक्ष्मी चौधरी को गिरफ्तार कर लिया.
वहीं, स्कूल के संस्थापक का दहेज प्रताड़ना मामले में गिरफ्तारी होना क्षेत्र में चर्चा का विषय बना हुआ है. लोगों का कहना है कि शिक्षक स्कूलों बच्चों को बताते हैं कि दहेज लेना पाप है. लेकिन वे खुद ही दहेज लेने के चक्कर में अपने परिवार के साथ गिरफ्तार हो गए.
ये भी पढ़ें- कोचिंग संचालक शिक्षक पर दहेज के लिए पत्नी की हत्या का आरोप
इस मामले में पीड़िता का कहना है कि अभिषेक कुमार एवं उसके परिवार वाले उसके साथ हमेशा मारपीट करते रहते हैं और दहेज की मांग करते हैं. हालांकि आरोपी शिक्षक अभिषेक कुमार ने इस आरोप को सिरे से खारिज करते हुए निराधार बताया है.