भागलपुर: जिले के सभी प्रखंडों के पंचायत में वर्षा जल मापी यंत्र लगाना है. इसके लिए स्थल का चयन करने के लिए सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था. लेकिन अब तक स्थल का चयन कर रिपोर्ट नहीं भेजने पर जिला कृषि पदाधिकारी ने सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी के वेतन पर रोक लगा दी है.
दरअसल प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को अपने क्षेत्र के सभी पंचायतों में लगने वाले स्वचालित वर्षा मापी यंत्र के अधिष्ठापन के लिए स्थल चयन का रिपोर्ट जल्द देने के लिए कहा गया था. इसी लापरवाही के आरोप में सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी के खिलाफ कार्रवाई की गई है.
निलंबन की कार्रवाई का निर्देश
स्थल का चयन नहीं होने पर डीएम ने खेद व्यक्त किया है. जिसके बाद यह कार्रवाई की गई है. साथ ही सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारियों को एक सप्ताह के अंदर प्रतिवेदन भेजने को कहा गया है. प्रतिवेदन नहीं भेजने पर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी. जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णकांत झा ने बताया कि जिले के सभी प्रखंडों में वर्षा जल मापी यंत्र लगना है.
अधिकारियों के वेतन पर रोक
इसके लिए स्थल का चयन करने के लिए सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी को निर्देश दिया गया था. लेकिन निर्देश के बावजूद भी जिले के किसी भी प्रखंड कृषि पदाधिकारी ने स्थल चयन की रिपोर्ट नहीं भेजी है. जिस पर डीएम ने खेद व्यक्त किया था. डीएम के कहा कि हमने सभी प्रखंड कृषि पदाधिकारी का वेतन रोक लिया है. एक सप्ताह के अंदर स्थल का चयन कर रिपोर्ट भेजने के लिए कहा गया है. यदि नहीं भेजा गया, तो उनके ऊपर निलंबन की कार्रवाई की जाएगी.
मौसम में तेजी से बदलाव
बता दें हाल के वर्षों में मौसम में तेजी से बदलाव देखने को मिला है. हर तीन से चार किलोमीटर की दूरी पर मौसम में बदलाव देखने को मिल रहा है. किसानों की खेती के लिए सही मौसम की जानकारी नहीं मिल पाती है. इसको देखते हुए कृषि विभाग ने सभी पंचायतों में वर्षा मापी यंत्र लगाने की योजना बनाई है. यंत्र ऑटोमेटिक काम करेगा और यंत्र बताएगा कि बारिश कितनी मात्रा में हुई है. इसके बारे में मुख्यालय को जानकारी दी जाएगी. इससे किसानों को मौसम की सही जानकारी मिलेगी.