भागलपुर: कोरोना वायरस के कारण देश भर में हुये लॉकडाउन से जहां लोग परेशान हैं वहीं इस लॉकडाउन के कुछ सकारात्मक पहलू भी हैं. सालों से गंगा नदी के प्रदूषण को कम करने को लेकर अलग-अलग सराकरों ने न जाने कितने प्रयास किये, लेकिन गंगा की सफाई का काम लॉकडाउन ने कर दिखाया.
भागलपुर में बहने वाली राष्ट्रीय नदी गंगा के प्रदूषण में कमी आई है. कोरोना वायरस की वजह से देश में चल रहे लॉकडाउन और कल कारखानों के बंद होने के चलते गंगा के पानी में काफी सुधार देखने को मिल रहा है. लॉकडाउन के बाद से गंगा के पानी में 40 से 50% का सुधार हुआ है. गंगा निर्मल हो रही है, नदी को प्रदूषित करने वाली शहर के प्रदूषित पानी का आना बंद है. लोगों का स्नान बंद है. लाशें न के बराबर जल रही हैं. जहाज का चलना बंद है, जिससे पानी स्वच्छ दिख रहा है.
गंगा किनारे सारी गतिविधियां हैं बंद
इस समय पानी इतना साफ हो गया है कि डुबकी लगाने के बाद जमीन दिखने लगी है. सुनील नाम के मछुआरे ने बताया कि लॉकडाउन के शुरू होने से लेकर अब तक गंगा नदी के पानी में काफी सुधार हुआ है. भागलपुर में बहने वाली गंगा नदी के किनारे सुल्तानगंज, भागलपुर, कहलगांव में हर रोज डेढ़ सौ से 200 लाशें जलती थीं. यह संख्या अभी 10 से 20 हो गई है.