पटना: देश सहित राज्य में कोरोना वायरस तेजी से पांव पसार रहा है. इसको देखते हुए जिला प्रशासन नए गिरफ्तार आरोपी को सीधे जेल भेजने के बजाए पृथकवास शिविर में रख रहे है. इसके बाद ही जेल भेजा जा रहा है.
भागलपुर के दो जेल, शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा और विशेष केंद्रीय कारा में कैदी को भेजने से पहले सदर अस्पताल में कोरोना जांच करवया जा रहा है. वहीं, पुरुष कैदी को मुंगेर, जबकि महिला कैदी को पटना 14 दिन के लिए पृथकवास पर भेजा जा रहा है.
क्या कहते हैं डीएम
जिलाधिकारी प्रणब कुमार ने कहा कि जेल में कैदियों के बीच संक्रमण का फैलाव ना हो, इसको लेकर जो कैदी बाहर से आते हैं, जो विचाराधीन कैदी है. उसे पहले जेल के अंदर या जेल के लिए दो अलग जगहों पर आइसोलेशन सेंटर बनाया गया है. वहां पर कैदियों को रखा जा रहा है. इसके बाद ही उसे जेल के अंदर भेजा जा रहा है.
बता दें कि कोरोना वायरस संक्रमण के साथ ही जेल प्रशासन ने बाहरी लोगों को जेल के अंदर जाने से रोक दिया है. जो कर्मचारी या वार्डन घर या कहीं बाहर से होकर लौटते हैं. उन्हें भी अंदर ड्यूटी लगाने पर पाबंदी है. वैसे कर्मचारी को बाहर गुंबद या मेन गेट पर ड्यूटी पर तैनात किया जा रहा है.
एक आंकड़े के मुताबिक राज्य भर की सभी जेलों में लगभग 41600 के करीब कैदी बंद है. इसमें से 40% संक्रमित होने की रिपोर्ट बीते दिनों आई थी. बीते दिनों में भागलपुर के केंद्रीय विशेष कारा में कोरोना संक्रमण से 4 मौतों ने जेल प्रशासन की चिंता बढ़ा दी थी.