भागलपुर: जिले में 4 नवंबर 2019 को तातारपुर थाना क्षेत्र के तान मुहानी के पास अज्ञात अपराधियों ने एक युवक की गोली मारकर कर हत्या कर दी थी. युवक का नाम धुरी यादव था. वो केन्द्रीय काली पूजा समिति भागलपुर का अध्यक्ष था. इस सबंध में मृतक के भाई शिशुपाल यादव के लिखित आवेदन के आधार पर तातारपुर थाना में हत्या और आर्म्स एक्ट तहत केस दर्ज कराया गया था.
'SIT की टीम को भेजा गया जमशेदपुर'
हत्या की घटना के अनुसंधान और पड़ताल के लिए वरीय पुलिस अधीक्षक आशीष भारती ने पुलिस अधीक्षक के नेतृत्व में SIT टीम का गठन किया था. इस मामले में फरार चल रहे अजय मिश्रा जमशेदपुर में अपनी पहचान बदलकर रह रहा है इसकी सूचना वरीय पुलिस अधीक्षक को मिली थी. जानकारी पुख्ता होने पर एसआईटी को जमशेदपुर भेजा गया.
योजना बनाकर धूरी यादव की हुई हत्या
सत्यापन के दौरान इसका नाम अजय मिश्रा, पिता- स्व० काशीनाथ मिश्रा, घर कबीरपुर, जैन मंदिर, थाना- नाथनगर, जिला- भागलपुर बताया गया. पूछताछ के क्रम में उन्होंने स्वीकार किया कि अपने भाई गुडुल मिश्रा की हत्या वर्ष 1998 में धुरी यादव और अन्य लोगों ने कर दी थी. जिस कारण वो खुलेआम धमकी दिया था कि अपने भाई की हत्या का बदला लेंगे, तभी से अजय मिश्रा ने धुरी यादव के विरोधियों के साथ मिलकर पूरी योजना बनाकर धुरी यादव की हत्या की थी.
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2 दर्जन से ज्यादा मामले हैं दर्ज
अपराधी अजय मिश्रा की पहचान की पुष्टि हो जाने पर गिरफ्तारी तातारपुर थाना ने किया. एसएसपी आशीष भारती ने कहा कि कुख्यात मास्टरमाइंड अजय मिश्रा पर करीब 2 दर्जन से ज्यादा मामले दर्ज हैं. जिसमें ज्यादातर मामले हत्या, रंगदारी और लूट से संबंधित हैं.