भागलपुर: बिहार के भागलपुर में डेंगू का कहर थमने का नाम नहीं ले रहा है. बीते दिन सोमवार को जांच के बाद मायागंज में 60 नए मरीजों की पहचान हुई है. इनमें से 20 मरीज मायागंज अस्पताल में हैं एवं 35 मरीज सदर अस्पताल में और 5 मरीज की पहचान निजी अस्पताल में हुई है. सराय निवासी दवा कंपनी के मैनेजर मोहम्मद सकलेन की तिलका मांझी के एक निजी अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हो गई. भागलपुर में अब डेंगू मरीजों की संख्या 351 हो चुकी है. मायागंज अस्पताल में कुल 115 लोगों का इलाज चल रहा है.
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प्लेटलेट्स के स्तर में आ रही कमी: बता दें कि युवक के प्लेटलेट्स का स्तर काफी कम हो गया था. जिसकी वजह से उसकी मौत हो गई. वहीं भागलपुर में डेंगू से मौत होने की संख्या अब तक चार हो चुकी है. इससे पहले भी 17 अगस्त, 6 और 8 सितंबर को एक-एक शख्स की मौत हुई थी. इधर अस्पताल के प्रबंधक सुनील गुप्ता ने बताया कि 37 मरीजों को स्वस्थ होने के बाद छुट्टी दे दी गई है.
"अब तक कुल 115 डेंगू मरीज अस्पताल में भर्ती हैं. जिसमें की फैब्रिकेटेड अस्पताल में इलाजरत मरीजों की संख्या 87 है. एमसीएच वार्ड में 19 मरीज भर्ती है."- सुनील गुप्ता, अस्पताल के प्रबंधक
कैसे हुई मरीज की मौत: बता दें कि सराय निवासी दवा कंपनी के मैनेजर मोहम्मद सकलेन को सोमवार को सुबह 9:00 बजे अचानक सांस लेने में परेशानी होने लगी. घबराहट की शिकायत पर तिलका मंजिल निश्चित निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया था. जहां उसकी इलाज के दौरान मौत हो गई. उसके मौत के बाद पता चला कि 7 सितंबर को पैथोलॉजी जांच करने के बाद डेंगू एनएस 1 पॉजिटिव की पुष्टि निजी लैब में हुई थी.
अब तक हुई मौत का आंकड़ा: 17 अगस्त को तिलकं जी हटिया रोड निवासी 42 वर्षीय पैथोलॉजी संचालक की मौत हुई. 6 सितंबर को तिलका मांझी हटिया रोड निवासी पैथोलॉजी संचालक की 4 वर्षीय की बेटी की जान चली गई. 8 सितंबर को तिलका मांझी बस स्टैंड निवासी 45 वर्षीय शख्स की मौत हुई और 11 सितंबर को सराय निवासी 30 वर्षीय दवा कंपनी के मैनेजर मोहम्मद सकलेन की मौत हुई.