भागलपुरः नगर निगम में चल रहे हाई वोल्टेज ड्रामा पर विराम लग गया है. पार्षद मेयर और डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव नहीं साबित कर पाए. मेयर सीमा शाह और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने विश्वास मत हासिल किया.
क्या है मामला?
नगर आयुक्त और मनोनीत अध्यक्ष वार्ड पार्षद हंसल सिंह के नेतृत्व में लगभग 11:00 बजे अविश्वास प्रस्ताव को लेकर प्रक्रिया शुरू की गई. 1 घंटे के अंदर लगभग 30 पार्षदों ने अपनी उपस्थिति दर्ज कराई. सदन में पार्षदों ने वायरल हो रहे वीडियो पर बहस शुरू कर दिया. जिस पर मनोनीत अध्यक्ष ने नेपाल में बार बाला के डांस वाले मामले को बंद करने और अलग बिंदू पर बात करने की बात कही. जिसके बाद 8 पार्षदों ने सदन से वाकआउट कर दिया. बचे 20 पार्षदों ने मेयर सीमा शाह और डिप्टी मेयर राजेश वर्मा के पक्ष में मत किया. जिस वजह से मौजूद मेयर और डिप्टी मेयर के खिलाफ अविश्वास प्रस्ताव स्वतः समाप्त हो गया. फिर से एक बार सीमा शाह और राजेश वर्मा मेयर और डिप्टी मेयर चुन लिए गए.
अविश्वास प्रस्ताव साबित नहीं कर पाए पार्षद
मनोनीत अध्यक्ष हंसल सिंह ने कहा कि आज के बैठक में सदन की अध्यक्षता कर रहे थे. 30 पार्षद सदन में उपस्थित थे, लेकिन जैसे ही सदन की कार्यवाही शुरू हुई वार्ड पार्षद प्रीति शेखर ने नेपाल के मुद्दे पर बहस शुरू कर दिया. ऐसे मुद्दे पर बहस करने से वार्ड पार्षद सदस्य प्रीति शेखर को रोका गया, तो वह अपने 7 समर्थकों के साथ सदन से वाक आउट कर निकल गई. जिससे अविश्वास प्रस्ताव लाने की कार्यवाही स्वत समाप्त हो गयी. सदन में बच्चे 20 पार्षदों ने फिर से मेयर के तौर पर सीमा शाह और डिप्टी मेयर के तौर पर राजेश वर्मा को समर्थन दिया.
क्या है इनका कहना?
डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने कहा कि जो लोग राजनीति में अपने आप को मठाधीश समझते हैं और अपने हिसाब से नगर निगम को चलाने की कोशिश कर रहे हैं. उनका भ्रम दूर हो गया. मैं किसी राजनीतिक घराने से नहीं हूं, लेकिन मुझे भागलपुर के लोगों का और पार्षदों का समर्थन है. जो भी नगर निगम के छवि को धूमिल करने का काम करेंगे. हर बार उनकों इसी भाषा में जवाब दिया जाएगा.