भागलपुर: बिहार एक बार फिर से बाढ़ की चपेट में आ चुका है. नाथनगर ललमटिया थाना क्षेत्र के वार्ड 9 और 10 स्थित साहेबगंज बिंदटोली के सैकड़ों विस्थापित बाढ़ पीड़ितों ने सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर जोरदार हंगामा किया. ग्रामीणों ने घंटो सड़क जामकर राहत शिविर की मांग की. लोगों ने आरोप लगाते हुए कहा कि सरकार की तरफ से अभी तक बाढ़ से बचाव के लिए किसी प्रकार की व्यवस्था नहीं की गई है.
महावीर मंदिर में ले रहे शरण
ग्रामीणों ने बताया कि पिछले तीन दिनों से गांव के लोग भूखे-प्यासे पास के महावीर मंदिर में रह रहे है. रूखा सूखा जो भी बाढ़ के पानी से बच पाया उसी से वो अपना गुजारा कर रहे हैं. बच्चे भूख से तरस रहे हैं. जो भी उनके पास था अब खत्म हो चुका है. ग्रामीण दाने-दाने को मोहताज हैं. इस बाढ़ में उनका घर-बार सब डूब चुका है.
अधिकारी कर रहे खानापूर्ति
ग्रामीणों के अनुसार सरकारी सुविधा के नाम पर अधिकारी सिर्फ खानापूर्ति कर रहे हैं. अधिकारी उन्हें सिर्फ आश्वासन देकर जाते हैं, लेकिन आजतक उन्हें कोई सुविधा नहीं मिली है. लोगों ने बताया कि सरकार की तरफ से अबतक उन्हें सिर छुपाने के लिए प्लास्टिक और न ही चूड़ा-गुड़ मिला है.
विरोध में किया सड़क जाम
इसके विरोध में आक्रोशित लोगों ने सड़क जाम किया. जिस कारण घंटों साहेबगंज मुख्यमार्ग पर यातायात ठप रहा. वहीं, जाम की सूचना मिलते ही सीओ राजेश कुमार और ललमटिया थानाध्यक्ष बबलू कुमार दल बल मौके पहुंचे. यहां उन्होंने बाढ़ पीड़ितों को समझाने का प्रयास किया, लेकिन लोग मानने को तैयार नहीं हुए. हालांकि बाद में सीओ के आश्वासन मिलने से लोग शांत हुए और जाम को हटाया गया.
जल्द होगी राहत शिविर की शुरुआत
सीओ ने बताया कि स्थानीय महावीर मंदिर में 500 से अधिक परिवार सहारा लिए हुए हैं. बुधावार शाम से इनके लिए राहत शिविर की शुरुआत की जाएगी. जिसमें बाढ़ पीड़ितों को तत्काल चूड़ा, गुड़ दिया जाएगा. साथ ही मंदिर में लाइट और पानी की भी व्यवस्था की जाएगी. उन्होंने बताया कि बाढ़ पीड़ितों को गुरुवार से भोजन भी दिया जाएगा और सिर छुपाने के लिए प्लास्टिक भी मुहैया कराई जाएगी.