भागलपुर: जिले के बायपास थाने के समीप खनन विभाग ने रविवार को अहले सुबह बालू माफिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है. इस दौरान बालू लदे 3 ओवरलोडेड ट्रक, 3 हाईवा और एक ट्रैक्टर जब्त किया है. वहीं, जब्त ट्रकों में कुछ चालक के पास चालान है जबकि बाकी के पास बिना चालान के ही ट्रकों और ट्रैक्टर में ओवरलोड बालू भरा हुआ है. वहीं, इस कार्रवाई के बाद रेत माफिया और ट्रक चालकों में हड़कंप मच गया है.
यह भी पढ़ें: शहाबुद्दीन के बेटे से मिले बाहुबली मुख्तार अंसारी के भतीजे, बोले- RJD ने दिया दगा...हम हैं इनके साथ
ट्रकों के लिए होता अलग-अलग कोंडिग वर्ड
ट्रक चालक ने बताया कि वह पश्चिम बंगाल के चुरुलिया से बालू लोड करने के बाद बिचौलिया सक्रिय हो जाता है. पश्चिम बंगाल से लेकर बांका और भागलपुर के भी कुछ हिस्सों में बिचौलिया अलग-अलग ग्रुप में बंटे होते हैं. इस दौरान हर किसी ट्रक में अपना एक अलग कोडिंग वर्ड होता है. जिसके माध्यम से वह पुलिस वालों को या अन्य अधिकारियों की अपना पहचान बता कर निकलते बनता है.
ट्रक चालक ने बताया कि उन्हें मोबाइल पर मैसेज आया कि भागलपुर में भी मैनेज है, लेकिन यहां आते ही पता नहीं उनकी गाड़ी कैसे पकड़ाया. वहीं, बालू लदा ट्रैक्टर लोकल ही बताया जा रहा है.
खनन विभाग की कार्रवाई होती है शुरु
बता दें कि पश्चिम बंगाल से लेकर बांका तक बालू माफिया और बिचौलिया ( बालू पासर ) का संबंधित अधिकारियों से तगड़ा साठ-गांठ होता है. इस दरम्यान कहीं भी संबंधित विभाग के अधिकारी बिना चालान और ओवरलोड बालू लदे वाहनों पर कार्रवाई करने की जहमत नहीं उठाते. लेकिन भागलपुर की सीमा में पहुंचते ही सभी ओवरलोडेड बालू लदे वाहनों पर खनन विभाग की कार्रवाई शुरू हो जाती है.
यह भी पढ़ें: AIIMS में कोरोना से 11 लोगों की मौत, 20 नए कोरोना पॉजिटिव मरीज की पुष्टि
खनन विभाग की होगी पैनी नजर
वहीं, बालू को रोकने के लिए भागलपुर प्रशासन ने फैसला लिया है. ऐसे में अब बालू माफिया के गलत मंसूबों पर जल्द ही पानी फिरने वाला है. अगले 1 सप्ताह के अंदर भागलपुर-दुमका मुख्य मार्ग पर बायपास थाना के समीप खनन विभाग का एक स्थाई चेक पोस्ट होगा. जहां खनन विभाग के अधिकारी मुस्तैद रहेंगे और यहीं से अधिकारी ओवरलोड और बिना चालान वाले वाहनों पर पैनी नजर रखते हुए सीधे कार्रवाई करेंगे.
खनन पदाधिकारी सर्वेश कुमार ने बताया कि स्थाई चेक पोस्ट होने से बालू और पत्थर के अवैध कारोबार पर लगाम लगेगा. बालू माफिया अलग-अलग तरह से हथकंडे अपनाने में लगे हुए हैं. जो ऐसा नहीं होने देंगे. इस कार्य में मीडियाकर्मियों को और स्थानीय लोगों को भी लगाया गया है.